डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र का सियासी पार शनिवार को उस वक्त चढ़ गया था जब एनसीपी चीफ शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार के बीच अचानक पुणे में एक सीक्रेट मीटिंग हुई थी. यह मीटिंग एक कारोबारी फैमिली फ्रेंड के घर पर हुई थी. इस मीटिंग के बाद महाराष्ट्र में अटकलों का दौर शुरू हो गया था. कयास लगाए जा रहे थे कि चाचा-भतीजे के बीच फिर से सुलह हो गई है. लेकिन अब इस मीटिंग को लेकर अहम जानकारी सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक, इस मीटिंग का मकसद सुलह का ही था. अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार को मनाने की कोशिश की.
सूत्रों के मुताबिक अजित पवार ने शरद पवार को साथ आने के लिए कहा. लेकिन एनसीपी चीफ ने साफ इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि मैं नहीं आ सकता. शरद पवार जब नहीं माने तो अजित पवार ने कहा कि आपके साथ कुछ विधायक हैं जो हमारे साथ आना चाहते हैं. उन्हें आप मत रोकिए. आप उन्हें आशीर्वाद दें. सूत्रों ने बताया कि इस पर शरद पवार ने कहा कि जो जाना चाहे जा सकता है, मैं किसी को नहीं रोकूंगा.
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1 घंटे से भी ज्यादा चली थी मीटिंग
बता दें कि शरद पवार शनिवार को पुणे में थे. वहीं महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार भी चांदनी चौक ब्रिज उद्घाटन के लिए आए थे. इसके बाद दोनों नेताओं की कोरेगांव पार्क स्थित चोरडिया के आवास पर मीटिंग हुई थी. जो एक घंटे से भी ज्यादा समय तक चली थी. मीटिंग के बाद सबसे पहले शरद पवार बंगले से बाहर निकले थे, उसके बाद अजित पवार का काफिला बंगले से निकला था.
इस मुलाकात का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें शरद पवार दोपहर करीब एक बजे कोरेगांव पार्क क्षेत्र में कारोबारी के आवास में घुसते दिखे. शाम करीब पांच बजे शरद पवार चले गए. लगभग दो घंटे के बाद शरद पवार के भतीजे अजित पवार को शाम पौने सात बजे कैमरे से बचने की कोशिश करते हुए एक कार में परिसर से बाहर निकलते देखा गया.
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गौरतलब है कि अजित पवार एनसीपी चीफ शरद पवार से बगावत कर महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री बन गए थे. उनके साथ एनसीपी के 8 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी. इसके बाद से ही एनसीपी दो गुटों में बंट गई है. एक गुट का नेतृत्व अजित पवार तो दूसरे का शरद पवार कर रहे हैं. एनसीपी के 54 विधायकों में से शरद पवार और अजित पवार के नेतृत्व वाले समूहों का समर्थन करने वाले विधायकों की सटीक संख्या ज्ञात नहीं है.
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