डीएनए हिंदी: मध्य प्रदेश में कमलनाथ के बयान से सपा प्रमुख अखिलेश यादव नाराज नजर आ रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस पर 'विश्वासघात' करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस मध्य प्रदेश में सीटें नहीं देना चाहती थी तो यह बात उन्हें पहले बतानी चाहिए थे. अगर हमें पता होता कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस गठबंधन नहीं करेगी तो हम कांग्रेस नेताओं के फोन ही नहीं उठाते. अखिलेश ने यह भी कहा कि कांग्रेस अपने चिरकुट नेताओं से सपा पर बयानबाजी को बंद करवाए.
दरअसल, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ गुरुवार को गुरुवार को अपने गृह क्षेत्र छिंदवाड़ा के दौरे पर थे. इस दौरान मीडियो के लोगों ने अखिलेश यादव द्वारा कंग्रेस पर लगाए गए 'विश्वासघात' के आरोपों के बारे में कमलनाथ से सवाल पूछा था. इसका बेरूखी से जवाब देते हुए कमलनाथ ने कहा, अरे भाई छोड़ो अखिलेश-वखिलेश...' यह कहते हुए उन्होंने ड्राइवर को गाड़ी बढ़ाने के लिए कह दिया.
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कांग्रेस ने किया 'विश्वासघात'
बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी कांग्रेस से गठबंधन करना चाहती थी. अखिलेश का कहना है कि इसको लेकर उनकी कांग्रेस के नेताओं के साथ बात भी हुई थी. लेकिन कांग्रेस ने बगैर बात की किए एकतरफा उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया. अखिलेश ने इसे 'विश्वासघात' बताया है. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस सीटें नहीं देना चाहती थी तो पहले बता देती. हम INDIA गठबंधन के दौरान कांग्रेस नेताओं का फोन नहीं उठाते.
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में सपा केवल उन्हीं सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जहां उसकी अपनी सीटें हैं. मुझे पता है कि भारत गठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर (संसदीय) चुनाव के लिए बना है. लेकिन अगर कांग्रेस का ऐसा ही व्यवहार रहा तो उन पर कौन भरोसा करेगा? अगर हम मन में भ्रम लेकर भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे तो हम कभी सफल नहीं होंगे.
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