डीएनए हिंदी: समाजवादी चिंतक और विचारक जय प्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर उत्तर प्रदेश में संग्राम मचा हुआ है. राजधानी लखनऊ में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (जेपीएनआइसी) जाने से रोकने के लिए एलडीए ने मंगलवार देर शाम गेट पर ताला लगा दिया था. लेकिन अखिलेश यादव बुधवार सुबह 11 बजे अपने समर्थकों के साथ पहुंच गए. पुलिस के मना करने पर भी सपा अध्यक्ष नहीं मानें और गेट फांदकर JPNIC के अंदर घुसकर माल्यार्पण किया.
एलडीए ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अखिलेश यादव को जेपीएनआइसी में माल्यार्पण कार्यक्रम की अनुमति देने से मना कर दिया था. इस मामले सुरक्षा व्यवस्था काफी मुस्तैद रही. अखिलेश यादव ने जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआइसी) में जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने का कार्यक्रम तय किया था. सपा प्रदेश कार्यालय की ओर से एलडीए उपाध्यक्ष डा. इंद्रमणि त्रिपाठी ने अनुमति मांगी गई थी. लेकिन अनुमति नहीं मिली.
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भ्रष्टाचारी-बेरोजगारी से घबराई बीजेपी
इस मामले पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि महान समाजवादी विचारक, सामाजिक न्याय के प्रबल प्रवक्ता लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की जयंती पर अब क्या सपा को माल्यार्पण करने से रोकने के लिए टिन का गेट लगाकर जेपीएनआइसी का रास्ता रोका जा रहा है. सच ये है कि भाजपा लोकनायक जयप्रकाश जी के भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ छेड़े गए आंदोलन की स्मृति को दोहराने से डर रही है क्योंकि भाजपा के राज में तो भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोजगारी और महंगाई तब से कई गुना ज्यादा है. अब क्या माल्यार्पण के लिए भी जयप्रकाश नारायण जी की तरह 'सम्पूर्ण क्रान्ति' का आह्वान करना पड़ेगा. अगर भाजपा को यही मंज़ूर है तो यही सही.
JPNIC को लेकर 2017 से विवाद
बता दें कि जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआइसी) को लेकर सपा और बीजेपी सरकार में 2017 से विवाद चल रहा है. JPNIC अखिलेश सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट था. लेकिन 2017 में बीजेपी की सत्ता आते ही इसे रोक दिया गया था. इस प्रोजेक्ट में कई खामियों का आरोप लगाते हुए सरकार ने इस पर रोक लगा दी थी. अखिलेश यादव इस मुद्दे पर योगी सरकार को घेरते रहे हैं. पिछले दिनों अखिलेश यादव ने कई चैनलों पर इंटरव्यू के दौरान जेपीएनआईसी की खस्ता हालत के बारे में बताया था. जिसके बाद कुछ एलडीए कर्मियों पर कार्रवाई भी की गई थी.
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