पिछले दिनों लखनऊ में बारिश के बाद कई जगहों पर जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई थी. ऐसा ही हाल शहर के गोमती नगर इलाके में भी हो गया था. इसी बीच 31 जुलाई को पानी से भरी सड़क को एक महिला अपनी बाइक से क्रॉस कर रही थी. इस दौरान उस महिला के साथ वहां मौजूद उपद्रवी तत्वों ने अभद्रता की थी, जिस वजह से वो वहीं गिर गईं. इस घटना के बाद से सोशल मीडिया मंचों पर इसका वीडियो खूब वायरल होने लगा. इसके बाद सीएम योगी की सरकार एक्शन में आई और आरोपियों को तो हिरासत में लिया, साथ में कई अधिकारियों का भी ट्रांसफर कर दिया गया. इन्हीं गिरफ्तार लोगों में पवन यादव भी शामिल था.
'यादव होने की वजह से फंसाया गया'
पवन यादव ने बताया कि 'वो इस घटना में शामिल नहीं था. इस मामले में यादव होने की वजह से फंसाया जा रहा है.' आगे उसने सपा नेता अखिलेश यादव के साथ हुई मुलाकात का भी जिक्र किया. इस मामले को लेकर सपा नेता अखिलेश यादव ने भी योगी सरकार पर कई सवाल उठाए, और सराकर की जमकर आलोचना की.
अखिलेश का सीएम योगी से सवाल, दो ही नाम क्यों लिए?
इस मामले को लेकर बोलते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि वो लड़का वहां पर चाय पीने के लिए गया था, पुलिस ने उसे अपने हिरासत में ले लिया. साथ ही उन्होंने मानसून सत्र के समय राज्य के विधानसभा में सीएम योगी की तरफ से पवन यादव का नाम लेने को लेकर भी उनकी आलोचना की. इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि हिरासत में लिए गए दूसरे लोगों के नाम का भी जिक्र किया जा सकता था, लेकिन महज दो ही नामों का क्यों जिक्र किया गया. इस घटना को लेकर सीएम की तरफ से विधानसभा में 16 आरोपियों में से पवन यादव और मोहम्मद अरबाजल के नाम लिए गए थे.
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