Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश की सियासत पुलिस एनकाउंटर पर गरमाई हुई है. एकतरफ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बार-बार निशाना साध रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ योगी भी सपा प्रमुख को उल्टा घेरने की कोशिश कर रहे हैं. ज्वैलर्स डकैती केस में 1 लाख रुपये के इनामी बदमाश मंगेश यादव के एनकाउंटर से शुरू हुई यह जुबानी जंग थमने का नाम ही नहीं ले रही है. अब अखिलेश यादव ने एक बार फिर योगी आदित्यनाथ पर कटाक्ष किया है. अखिलेश ने रविवार को कहा कि वह 'अपने पद से हट रहे किसी व्यक्ति' द्वारा की गई टिप्पणी से आहत नहीं हैं.
'भाजपा कर रही पुलिस का अपहरण'
अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, 'जिनकी अपने दल में कोई सुनवाई नहीं, उनकी बात कौन सुने, वैसे भी जानेवालों की बात का क्या बुरा मानना, जिनके शासन काल में महीनों तक एक आईपीएस फरार रहा हो, पंद्रह लाख प्रतिदिन की कमाई वाले थानों की चर्चा हो, भाजपाई खुद ही पुलिस का अपहरण कर रहे हों और दंड संहिता की जगह बुलडोज़र संहिता ने ले ली हो, ‘क़ानून-व्यवस्था’ महज शब्द बनकर रह गए हों, न्यायालय की डांट खाना, जिनकी आदत बन गई हो, वो मौन ही रहें तो बेहतर है.'
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'उत्तर प्रदेश में वापस नहीं आएंगे'
अखिलेश की यह टिप्पणी योगी आदित्यनाथ द्वारा एक सार्वजनिक रैली में उन्हें निशाना साधने के कुछ घंटों बाद आई है. दरअसल योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जो लोग सत्ता को अपनी 'बपौती' (पारिवारिक संपत्ति) मानते थे, उन्हें अहसास होने लगा है कि वे कभी उत्तर प्रदेश में वापस नहीं आएंगे, इसलिए वे साजिश रच रहे हैं. सपा अराजकता पैदा करने की कोशिश कर रही है. उन्हें विकास और बेटियों और व्यापारियों की सुरक्षा से कोई लेना-देना नहीं है.'
'समाजवादी पार्टी को क्यों लगता है बुरा?'
सीएम योगी ने सुल्तानपुर में एक जौहरी की दुकान में लूट में कथित रूप से शामिल मंगेश यादव की पुलिस मुठभेड़ को लेकर भी अखिलेश यादव पर निशाना साधा था. योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'आप मुझे बताइए, अगर पुलिस के साथ मुठभेड़ में कोई डकैत मारा जाता है तो समाजवादी पार्टी को क्यों बुरा लगता है? आप इन लोगों से पूछिए कि क्या होना चाहिए था?'
इसेस पहले योगी सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा था कि मंगेश यादव मुठभेड़ फर्जी थी. यूपी में जाति देखकर मारा जा रहा है. मुख्य आरोपी के ठाकुर होने के कारण उसे पैर में गोली मारकर सरेंडर करा लिया गया, जबकि यादव होने के कारण मंगेश का एनकाउंटर कर दिया गया. वहीं, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी मंगेश यादव के एनकाउंटर पर चिंता जताई थी और आरोप लगाया था कि भाजपा शासित राज्यों में कानून का कोई राज नहीं है.
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