डीएनए हिंदी: पिछले छह सालों से समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के परिवार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था. हालांकि, ऐसा लगता है कि मुलायम सिंह यादव के निधन ने परिवार को फिर से एक कर दिया है. अखिलेश यादव पर जुबानी हमला करने वाले चाचा शिवपाल यादव कुछ दिन पहले अखिलेश और डिंपल यादव के साथ दिखे थे. अब मैनपुरी उपचुनाव के प्रचार के दौरान दोनों नेता एक मंच पर एक साथ आए. इतना ही नहीं, कई बार एक-दूसरे को नज़रअंदाज कर जाने वाले नेताओं के बीच नई केमिस्ट्री भी दिखी. अखिलेश यादव ने मंच पर ही अपने चाचा शिवपाल यादव के पैर छूकर आशीर्वाद लिया.
मैनपुरी सीट पर 27 सालों से समाजवादी पार्टी परिवार के नेताओं का कब्जा रहा है. मुलायम सिंह के निधन के बाद यह सीट खाली हुई है. अखिलेश यादव ने यहां परिवार का वर्चस्व बरकरार रखने के लिए अपनी पत्नी डिंपल यादव को चुनाव में उतारा है. इसी सिलसिले में सपा की एक रैली हो रही थी. मंच पर शिवपाल यादव समेत तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद थे.
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मंच पर साथ आए राम गोपाल और शिवपाल यादव
अखिलेश यादव जब मंच पर पहुंचे तो उन्होंने अपने वरिष्ठों के पैर छुए. सबसे पहले आगे खड़े अपने चाचा राम गोपाल यादव के पैर छुए. इसके बाद, शिवपाल यादव ने अखिलेश को कुर्सी पर बैठने का इशारा किया. अखिलेश ने भी चाचा को पूरा सम्मान दिया और आगे बढ़कर शिवपाल यादव के पैर छू लिए. इतना होते ही समर्थकों ने जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी.
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हाल ही में अखिलेश यादव अपनी पत्नी डिंपल यादव के साथ शिवपाल से मिलने पहुंचे थे. शिवपाल यादव ने भी तस्वीरें ट्वीट करके संकेत दिए थे कि अब सब ठीक है. कहा जा रहा है कि आने वाले समय में शिवपाल यादव की सपा में वापसी भी हो सकती है. विधानसभा चुनाव में भी शिवपाल यादव सपा के टिकट पर ही चुनाव लड़े थे लेकिन बीच में चाचा-भतीजे के रिश्ते में कड़वाहट आ गई थी.
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