डीएनए हिंदी: बिहार के नवादा जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां पुलिस ने ‘ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉबी एजेंसी’ बनाकर साइबर क्राइम करने वाले आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. इन सभी पर नि:संतान दंपत्ति, महिलाओं को प्रेग्नेंट करने को लेकर घोखाधड़ी करने का आरोप है. इन साइबर अपराधियों की ओर से बताया जाता था कि अगर महिलाएं प्रेग्नेंट हो गई तो 5 लाख दिया जाएगा. गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से 9 मोबाईल फोन और एक प्रिन्टर बरामद किया गया.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में छापेमारी की. इस दौरान मौके से 8 साइबर ठगों को गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से पुलिस ने मोबाइल फोन, प्रिंटर मशीन, सिम, डाटा एवं अन्य कागजात बरामद किया गया. गिरफ्तार साइबर अपराधियों की पहचान शत्रुधन कुमार उर्फ सोनु कुमार, राजेश कुमार, प्रभात कुमार वर्मा, कविन्द्र प्रसाद कुमार, गोपाल दास, अनिल कुमार, अजय कुमार और लक्ष्मण कुमार के रूप में की गई है.
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मामले पर डीएसपी ने दिया ऐसा बयान
इस मामले पर डीएसपी कल्याण आनंद ने बताया कि यह साइबर गिरोह पूरे देश में सक्रिय है. गिरफ्तार आरोपियो से पूछताछ कर अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है, जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उन्होंने जानकारी दी कि आल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब के नाम पर ये लोग भोले-भाले लोगों को मोबाइल फोन के द्वारा संपर्क कर बताता था कि जिन महिलाओं को बच्चे नहीं होते है, उन महिलाओं को प्रेग्नेंट करना है और इसके बदले में आपको पैसे दिए जायेंगे. अगर महिलाएं प्रेग्नेंट हो गई तो 13 लाख रुपया देने का झूठा वादा करते थे. अगर प्रेग्नेंट नहीं हुई तो पांच लाख रुपए देने का झूठा वादा किया जाता था. पहले रजिस्ट्रेशन के नाम पर 799 रुपया लिया जाता था फिर उससे सिक्यूरिटी फीस के नाम पर पांच हजार से लेकर बीस हजार तक ठगी कर ली जाती थी.
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