डीएनए हिंदी: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पास अमरनाथ गुफा (Amarnath Cave) के करीब दो किमी करीब बादल फट गया है जिसके बाद एक भारी त्रासदी हो गई है. इस मामले में हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई है जिसमें तीन महिलाएं हैं. जानकारी के मुताबिक करीब 40 लोग इस हादसे के बाद अब तक लापता है. वहीं प्रशासन राहत बचाव के कार्य में जुट गया है. जानकारी के मुताबिक यह हादसा शाम साढ़े 5 बजे के करीब हुआ है और अब समेत NDRF और SDRF की टीमें राहत बचाव के कार्य में जुटी हुई हैं.
जानकारी के मुताबिक अमरनाथ गुफा के पास भारी बारिश और भूस्खलन के कारण पानी आया है. फिलहाल स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुट गया है और यात्रियों को सुरक्षित तरीके से निकालने की कोशिश जारी है. वहीं इस त्रासदी को देखते हुए प्रशासन ने फिलहाल अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) रोक दी है और लोगों को जहां का तहां रोक दिया है.
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खबरों के मुताबिक प्राथमिक तौर पर अभी प्रशासन अभी इसे एक मध्यम स्तर का हादसा मान रहा है. हालांकि राहत एवं बचाव के कार्य को कुशलता के साथ अंजाम दिया जा रहा है. ITBP की दो कंपनियों के अलावा NDRF की भी दो टीमों राहत और बचाव कार्य में तैनात हैं. टेंट (Tent) के पास बचाव दल की टीमें थीं इसीलिए ज्यादा यात्रियों को बचाया जा सका है. राहत बचाव कार्य अभी जारी है.
वहीं इस घटना को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से फोन पर बात की है और उनसे इस घटना पर पूरी जानकारी ली है. गृहमंत्री ने भक्तों की सुरक्षा को प्रशासन की प्राथमिता बताई है.
वहीं लोकसभा सांसद ने जितेंद्र सिंह ने कहा है कि वे इस समय केंद्रशासित प्रदेश के प्रशासन के साथ संपर्क बनाए हुए हैं और लोगों को सभी प्रकार की मदद और राहत बचाव के प्रयास किए जा रहे हैं.
सक्रिय है ITBP
वहीं इस घटना को लेकरआईटीबीपी के पीआरओ विवेक कुमार पांडे ने कहा है कि शाम करीब साढ़े पांच बजे तेज बारिश हो रही थी, अचानक पानी का बहाव तेज हो गया. बादल फटने की घटना अमरनाथ गुफा के ऊपरी इलाकों में हुई. एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है. साइट पर टेंट थे, 10-15 मिनट के भीतर लोगों को बाहर निकाला गया है.
आपको बता दें कि बादल फटने की घटना पवित्र गुफा के एक से दो किलोमीटर के दायरे में हुई थी. पहाड़ों से तेज बहाव के साथ आए पानी से श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए करीब 25 टेंट और दो से तीन लंगर बह गए हैं. बारिश से पूरे इलाके में तेजी से पानी भर गया और कई लोग इसकी चपेट में आ गए हैं. वहीं कई श्रद्धालु लापता हैं और उनके तेज बहाव में बहने की आशंका है जिसके चलते आईटीबीपी के जवान राहत बचाव के कार्य में लगे हुए हैं.
वहीं राहत बचाव को लेकर एनडीआऱएफ ने हेल्पलाइन जारी कर दी है. भक्त 011-23438252 और 011-23438253 पर कॉल करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
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