डीएनए हिंदी: अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए हजारों मेहमानों को न्योता भेजा गया है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या के राम मंदिर में मौजूद रहेंगे. इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के संस्थापक सदस्यों में से एक लालकृष्ण आडवाणी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अयोध्या नहीं जा रहे हैं. एक समय जब RSS, बीजेपी और विश्व हिंदू परिषद जैसे संगठनों के नेता अयोध्या में जमे हुए हैं ऐसे में इन बड़े नेताओं का अयोध्या न जाना हैरान करने वाला है. हालांकि, इसके पीछे भी ठोस वजह बताई गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, प्राण प्रतिष्ठा समारोह में लगभग 7 हजार लोग शामिल होंगे. हालांकि, इसमें आडवाणी और अमित शाह समेत बीजेपी के ही कई दिग्गज नेता नहीं आ रहे हैं. अमित शाहअपने परिवार के साथ बिड़ला मंदिर में मौजूद रहेंगे और पूरे कार्यक्रम की लाइव स्ट्रीमिंग देखेंगे. बीजेपी के अध्यक्ष जे पी नड्डा दिल्ली के झंडेवालान मंदिर में रहेंगे.
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अयोध्या नहीं जाएंगे आडवाणी
रिपोर्ट के मुताबिक, खराब मौसम और ज्यादा ठंड के कारण बीजेपी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक लालकृष्ण आडवाणी अयोध्या नहीं जा रहे हैं. इसके अलावा, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी अयोध्या नहीं जा रहे हैं. हालांकि, ये सभी नेता किसी न किसी धर्म स्थल से ही राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम लाइव देखेंगे और उसके बाद अन्य कार्यक्रमों में शामिल होंगे.
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लालकृष्ण आडवाणी 96 साल के हैं. इसी के चलते मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एक बार यह भी कहा था कि लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे वरिष्ठ नेताओं से अपील की गई है कि वे अयोध्या न आएं. हालांकि बाद में इन नेताओं का आना तय हो गया था. बता दें कि बीजेपी के संस्थापकों में से एक लालकृष्ण आडवाणी ने राम मंदिर आंदोलन की अगुवाई की थी और रथयात्रा निकाली थी.
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