केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर देश विरोधी बातें करने और देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने देश की सुरक्षा को हमेशा खतरे में ड़ाला है. अमित शाह ने आरक्षण संबंधी टिप्पणी के लिए भी लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि जब तक उनकी पार्टी है, आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता और देश की एकता के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता.
राहुल गांधी ने अमेरिका के दौरान भारत में लोकतंत्र और चुनाव सहित कई मुद्दों पर अपना पक्ष रखा. बीजेपी के नेता उनकी टिप्पणियों को भारत विरोधी बता रहे हैं और उनपर पिछले कुछ दिनों से हमले कर रहे हैं. राहुल ने मंगलवार को वाशिंगटन में ‘नेशनल प्रेस क्लब’ में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि पिछले 10 सालों में भारत में लोकतंत्र को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया गया, लेकिन अब लोकतंत्र फिर से पटरी पर लौट रहा है.
'राहुल ने देश की सुरक्षा को खतरे में डाला'
अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘देश विरोधी बातें करना और देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होना राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की आदत सी बन गई है. चाहे जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के देशविरोधी और आरक्षण विरोधी एजेंडे का समर्थन करना हो या फिर विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बातें करनी हो. राहुल गांधी ने देश की सुरक्षा को खतरे में डाला है.’
शाह ने कहा कि राहुल गांधी ने आरक्षण को समाप्त करने की बात कहकर कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा एक बार फिर से देश के सामने लाने का काम किया है. उन्होंने कहा, ‘मन के विचार और सोच किसी न किसी माध्यम से बाहर आ ही जाती है. मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि जब तक भाजपा है, आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता और देश की एकता के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता.’
कांग्रेस ने किया पलटवार
अमित शाह के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा कि संविधान को कायम रखने की बात करना राष्ट्र-विरोधी कैसे है. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने सवाल किया कि जब पीएम मोदी विदेश जाकर भारत और भारतीय नागरिकों के खिलाफ भयावह टिप्पणियां करते हैं, तो क्या वह राष्ट्र-विरोधी नहीं हैं? भारत संबंधी विवादास्पद रुख के लिए चर्चित डेमोक्रेट इल्हान उमर से राहुल गांधी की मुलाकात को लेकर उनकी आलोचना किए जाने पर कांग्रेस ने कहा कि भाजपा (केंद्र) सरकार में है, इसलिए वह अमेरिकी राजदूत को तलब करे और अगर उसे ऐसा कुछ लगता है तो कार्रवाई करे.
पवन खेड़ा ने कहा, ‘अमित शाह से कार्रवाई करने के लिए कहें, (फिर) हम प्रधानमंत्री और गृहमंत्री दोनों को बेनकाब कर देंगे. प्रधानमंत्री विदेश जाकर भारत और भारतीय नागरिकों के खिलाफ भयावह टिप्पणियां करते हैं, तो क्या वह राष्ट्र-विरोधी नहीं हैं?’ उन्होंने सवाल किया, ‘हम भारत के संविधान को कायम रखने की बात कर रहे हैं तो यह राष्ट्र-विरोधी कैसे है? ऐसा क्यों है कि जब भी हम संविधान को कायम रखने की बात करते हैं तो भाजपा को दिक्कत होती है? वे संविधान के इतने ख़िलाफ़ क्यों हैं?’
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