भतीजा चुप, लेकिन नेता नाराज... शरद पवार पर अमित शाह की टिप्पणी से महाराष्ट्र में खलबली

Written By रईश खान | Updated: Jul 22, 2024, 11:39 PM IST

Amit Shah comment on Sharad Pawa

अजीत पवार के गुट के नेताओं ने कहा कि शरद पवार हमारे गुरु की तरह हैं और वह देश के सबसे बड़े नेताओं में से एक हैं, लोग उनका बहुत सम्मान करते हैं. ऐसी आलोचना बंद होनी चाहिए.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा शरद पवार पर किए गए हमले पर विपक्षी महाविकास अघाड़ी के साथ-साथ सत्तारूढ़ सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की ओर से भी तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. अजीत पवार ने भले ही खामोशी बरत रखी हो लेकिन उसके गुट के नेता अमित शाह की टिप्पणी से नाराज नजर आ रहे हैं. अजित गुट के नेताओं का कहना है कि शरद पवार देश के वरिष्ठ नेता हैं. उन पर इस तरह की टिप्पणी करना उचित नहीं है.

दरअसल, गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को पुणे के बालेवाडी स्टेडियम में बीजेपी महाधिवेशन में शरद पवार और उद्धव ठाकरे पर जमकर हमला था. उन्होंने कहा, 'भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा सरगना भारत की राजनीति में कोई है तो वो शरद पवार हैं. इसमें मेरे मन में कोई कन्फ्यूजन नहीं है. मैं जनता को बताना चाहता हूं कि इस देश में कोई भी सरकार में भ्रष्टाचार को संस्थागत करने का काम किया तो वह शरद पवार ने किया, यह मैं डंके की चोट पर कह रहा हूं.'

अजीत गुट के नेताओं ने जताई नाराजगी
अजीत पवार समर्थक एनसीपी के पिंपरी से विधायक अन्ना डी. बनसोडे ने कहा कि अमित शाह जैसे व्यक्ति की ओर से ऐसी टिप्पणियां उचित नहीं हैं. शरद पवार हमारे गुरु की तरह हैं और वह देश के सबसे बड़े नेताओं में से एक हैं, लोग उनका बहुत सम्मान करते हैं और ऐसी आलोचना बंद होनी चाहिए.

सत्तारूढ़ एनसीपी के एक अन्य पूर्व विधायक विलास वी. लांडे ने भाजपा को एक पत्र लिखकर टिप्पणियों की निंदा की और कहा कि अपने पूरे जीवन में शरद पवार पर भ्रष्टाचार का एक भी दाग ​​नहीं लगा है.

क्या बोलीं सुप्रिया सुले
एनसीपी (शरद पवार) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा कि यह बयान 'हास्यास्पद' है. यह वही भाजपा सरकार है जिसने शरद पवार को पद्म विभूषण (2017) से सम्मानित किया था. सुले ने तंज कसते हुए कहा, 'शरद पवार या उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना भाजपा के लिए सुर्खियां नहीं बनती. उन्हें यह नजर नहीं आ रहा कि सरकार ने उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया है.'

संजय राउत ने गृह मंत्री अमित शाह द्वारा उद्धव ठाकरे को औरंगजेब फैन क्लब का 'प्रमुख' कहे जाने पर नाराजगी जताते हुए कहा, 'लेकिन हम जिन्ना क्लब का हिस्सा नहीं थे. हम कभी पाकिस्तान में जिन्ना की कब्र पर नहीं गए, न ही वहां नवाज शरीफ का जन्मदिन मनाने गए.' देश में राष्ट्रवादी मुसलमानों का पक्ष लेने में कुछ भी गलत नहीं है. उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में बहुत योगदान दिया है और बहुत से लोगों ने बलिदान दिया है. मगर भाजपा सिर्फ सांप्रदायिक समस्याएं ही पैदा करना चाहती है.

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