हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए फेक वीडियो पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स ने दिल्ली पुलिस के नई जानकारी दी है. एक्स ने वीडियो की उत्पत्ति का खुलासा किया है. मिली जानकारी के अनुसार, आईपी एड्रेस से पता चला है इस वीडियो की उत्पत्ति तेलंगाना से हुई है, जहां मूल वीडियो शुरू में सोशल मीडिया पर शेयर किया गया था.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, सेशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा था, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह के आरक्षण के मुद्दों के बारे में भाषण दिखाया गया था. इस मामले में 26 अप्रैल को एक शिकायत दर्ज की गई थी. इसके बाद अगले दिन एक औपचारिक शिकायत भी दर्ज की गई थी.
एफआईआर में लिखा गया था कि, 'यह पाया गया है कि फेसबुक और ट्विटर के यूजर्स ने कुछ छेड़छाड़ कर वीडियो को शेयर किया है. ऐसा प्रतीत होता है कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है, जिससे समुदायों के बीच वैमनस्यता पैदा करने के इरादे से भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है. जिससे शांति प्रभावित होने और सार्वजनिक व्यवस्था संबंधी समस्याएं पैदा होने की संभावना है.'
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दिल्ली पुलिस ने दो शिकायतें मिलने के बाद एफआईआर दर्ज की. पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153, 153ए, 465, 469 और 171जी और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की धारा 66सी के तहत मामला दर्ज किया था.
पुलिस ने शुरू की पूछताछ
आपको बता दें कि पुलिस ने करीब चौबीस लोगों को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया है. इसमें तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी भी मौजूद हैं. इनमें समाजवादी पार्टी के पांच, झारखंड, नागालैंड कांग्रेस और तेलंगाना के एक-एक सदस्य भी हैं. इसके साथ ही दिल्ली पुलिस ने एक्स से सटीक आईपी पता कर भेजने को कहा, जहां से वीडियो पहली बार अपलोड किया गया था.
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