इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bond) के मुद्दे पर राहुल गांधी लगातार बीजेपी पर हमले कर रहे हैं. राहुल (Rahul Gandhi) ने इसे बीजेपी का हफ्ता वसूली बताया था. इसके जवाब में पलटवार करते हुए अमित शाह ने कहा कि अगर इलेक्टोरल बॉन्ड वाकई में हफ्ता वसूली है, तो कांग्रेस को भी 1,600 करोड़ का चंदा मिला है. कांग्रेस पार्टी बताए कि 1,600 करोड़ रुपये क्या हैं. गृहमंत्री ने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आया है, हम उसका सम्मान करते हैं. उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड चुनाव में काले धन के इस्तेमाल को कम करने के लिए लाया गया था.
राहुल गांधी ने बताया था हफ्ता वसूली
बता दें कि एक जनसभा में राहुल गांधी ने बीजेपी राज में भ्रष्टाचार पर हमला बोलते हुए कहा था कि इलेक्टोरल बॉन्ड बीजेपी का सबसे बड़ा हफ्ता वसूली कार्यक्रम है. इस पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी को भी 1600 करोड़ रुपये इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए मिले हैं. उन्हें बताना चाहिए कि ये रकम उन्होंने कहां से वसूली की है. उन्हें बताना चाहिए कि उन्हें वह 'हफ्ता वसूली' कहां से मिली है.
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'सुप्रीम कोर्ट के फैसले का करते हैं सम्मान'
अमित शाह ने एक मीडिया चैनल कार्यक्रम में बात करते हुए कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड को चुनाव में काले धन के इस्तेमाल को रोकने के लिए लाया गया था. उन्होंने कहा कि हम इसे पारदर्शी दान मानते हैं, लेकिन अगर उन्हें हफ्ता वसूली मिलता है, तो बताना चाहिए कि कहां से मिला है. उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला जो भी आया है, हम उसका सम्मान करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी को 6,200 करोड़ का चंदा मिला है, लेकिन इंडिया गठबंधन को उससे कहीं ज्यादा चंदा मिला है.
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इंडिया अलायंस पर को भी शाह ने सुनाया
इलेक्टोरल बॉन्ड से मिले चंदे पर अमित शाह ने कहा कि अगर हम इस पर बोलें, घमंडिया गठबंधन कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रहेगा. हमें 6,200 करोड़ रुपये मिला है, जबकि 6,200 करोड़ रुपये से ज्यादा इंडी अलायंस को मिला है. उन्होंने कहा कि हमारी 303 सीटें हैं और 17 राज्यों में हम सरकार में हैं. राहुल बाबा के नेतृत्व में चलने वाली इंडी अलायंस की कितनी सीटें हैं? उन्हें इसका भी जवाब देना चाहिए.
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