Amit Shah भाषण के बीच में टोकने पर लोक सभा में भड़के, नशे पर कह दी ऐसी बात

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Dec 21, 2022, 06:29 PM IST

Amit Shah in Lok Sabha: केंद्रीय गृह मंत्री को टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने बीच में टोक दिया था. अमित शाह ने कुर्सी पर बैठकर कहा- अब आप ही बोल लीजिए.

डीएनए हिंदी: Amit Shah on Drugs- शीतकालीन सत्र के दौरान लोक सभा (Lok Sabha) में नशे की समस्या पर चल रही चर्चा के दौरान बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah in Lok Sabha) भड़क गए. नशे के खिलाफ चल रही कवायद पर बोल रहे शाह बीच में बार-बार विपक्षी सांसद के टोकने से नाराज हो गए और वापस अपनी कुर्सी पर बैठ गए. इसके बाद उन्होंने विपक्षी सांसद को कहा कि अब आप ही बोल लीजिए. इससे पहले उन्होंने नशे की समस्या को सियासत से दूर रखने की अपील की और कहा कि किसी राज्य में नशे की खेप ज्यादा पकड़ी जाने का मतलब वहां ज्यादा नशेड़ी होना नहीं है बल्कि इसका मतलब है कि वहां इस समस्या के खिलाफ सही में काम हो रहा है. शाह लोक सभा में नियम 193 के तहत चल रही बहस में सरकार का पक्ष रख रहे थे. यह बहस देश में नशे की समस्या और सरकार की तरफ से की जा रही कार्रवाई को लेकर चल रही है.

टीएमसी सांसद ने टोका था गृह मंत्री को

शाह के भाषण के दौरान तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद सौगत रॉय (Sougat Ray) ने उन्हें बीच में कई बार टोक दिया. इस पर शाह नाराज हो गए. वे नीचे अपनी कुर्सी पर वापस बैठ गए और रॉय को कहा, मैं बैठ जाता हूं, अब आप ही बोल लीजिए. साथ ही उन्होंने रॉय को नसीहत भी दे दी. शाह ने कहा, इतने सीनियर सांसद होकर भी आपका बीच में टोकाटाकी करना न तो आपकी उम्र और ना सीनियरटी के लिए ही अच्छा है. हालांकि इसके बाद रॉय ने उन्हें दोबारा बोलने के लिए कहा.

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'पीढ़ियां खराब कर देता है नशा'

शाह ने कहा, नशे को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए. यह कई पीढ़ियां खराब कर देने वाली समस्या है. इतना ही नहीं नशीली दवाएं बेचकर होने वाला मुनाफा आतंकवाद को बढ़ाने के काम आता है. उन्होंने कहा, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (Narcotics Control Buearu) पूरे देश में नशे के मामलों की जांच कर सकती है. यदि राज्य चाहें तो NCB उनके यहां जांच में मदद करने के लिए तैयार है. इसके अलावा यदि देश से बाहर जांच करने की जरूरत है तो राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी राज्यों की मदद कर सकती है.

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'हमारी है नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेन्स नीति'

शाह ने कहा, देश में नशे की समस्या के खिलाफ केंद्र सरकार की 'जीरो टॉलरेन्स' की नीति है. हमारी नीति स्पष्ट है. जो लोग ड्रग्स ले रहे हैं, वे पीड़ित हैं और उनके प्रति संवेदनशीलता दिखाने की जरूरत है ताकि वे रिहेबिलेशन के जरिये इस समस्या से उबर सकें. साथ ही हमारी नीति में यह भी स्पष्ट है कि ड्रग्स ट्रैफिकिंग में शामिल लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए. 

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