डीएनए हिंदी: देश के गृह मंत्री और भाजपा में 'चाणक्य' कहे जाने अमित शाह आज शाम जम्मू-कश्मीर पहुंच रहे हैं. अमित शाह तीन दिनों तक जम्मू-कश्मीर में रहेंगे. जम्मू-कश्मीर में वह विकास की कई परियोजनाओं की शुरुआत और शिलान्यास करेंगे. अमित शाह आज शाम जम्मू पहुंचेंगे. कल वह अपने दौरे की शुरुआत माता वैष्णो देवी के दर्शन से करेंगे. अमित शाह सुबह त्रिकुटा पर्वतों पर स्थित माता के मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे. इसके बाद वह राजौरी में एक जनसभा को संबोधित करेंगे. पांच अक्टूबर को अमित शाह का बारामूला में एक जनसभा को संबोधित करने का कार्यक्रम है. इसके अलावा अमित शाह श्रीनगर स्थित राजभवन में जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा हालात की समीक्षा करेंगे.
मुस्लिम इलाकों में भाजपा की रैली
अमित शाह के इस दौरे से महबूबा मुफ्ती की पीडीपी और उमर अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस बेहद चिंतित नजर आ रही हैं. दरअसल भाजपा पहली बार हिंदू बाहुल्य जम्मू से बाहर निकलकर मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में बड़ी रैली आयोजित कर रही है. उसे उम्मीद है कि 370 हटने और जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित बनाने के बाद किए गए बदलावों से उसे फायदा मिलेगा. राजौरी पीडीपी का गढ़ है. यहां पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा ने एक विधानसभा सीट जीती थी. बारामुला में पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस दोनों की मौजूदगी रही है. यहां अमित शाह की रैली के जरिए भाजपा अपनी ताकत दिखाना चाहती है. अगर बारामूला में भाजपा जीतती है तो न सिर्फ देश बल्कि दुनियाभर में इसका अलग संदेश जाएगा.
LoC पर स्थित दोनों जिले
जम्मू-कश्मीर के ये दोनों जिले LoC पर स्थित है. इन क्षेत्रों में गुर्जर बकरवाल और पहाड़ी मुसलमानों की अच्छी आबादी है. भाजपा की इन दोनों समुदायों पर नजर है. इस साल की शुरुआत में पूरे जम्मू-कश्मीर में विधानसभा क्षेत्रों के नए परिसीमन में नौ सीटें अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित की गई हैं जिनमें प्रमुख रूप से गुर्जर बकरवाल शामिल हैं. भाजपा की तरफ से संकेत मिले हैं कि राज्य में पहाड़ी समुदाय को भी ST का दर्जा दिया जा सकता है, जिसका गुज्जर-बकरवाल समुदाय के लोग विरोध कर रहे हैं जबकि विपक्षी पीडीपी इसे भुनाना चाहती है.
पहाड़ियों और गुज्जरों को लड़ाना चाहती है भाजपा- महबूबा
अमित शाह के दौरे से पहले PDP की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने रविवार को आरोप लगाया कि BJP जम्मू क्षेत्र में पहाड़ियों और गुज्जरों को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि पीर पंजाल क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से बहुत तनाव है क्योंकि पहाड़ी समुदाय के लिए आरक्षण की बात हो रही है. भाइयों को दुश्मन बना दिया गया है. उन्हें एक-दूसरे के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार किया जा रहा है.
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दरअसल ऐसे उम्मीद जताई जा रही है कि मंगलवार को राजौरी और बारामुला की रैलियों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहाड़ी समुदाय के लिए नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की घोषणा कर सकते हैं. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि गुज्जर और पहाड़ी सदियों से एक साथ रह रहे हैं और उन्हें एक-दूसरे के खिलाफ लड़वाना बंद किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, "मैं गुर्जर, बकरवाल और पहाड़ी समुदायों से एक-दूसरे के खिलाफ लड़ना बंद करने और याद रखने का अनुरोध करती हूं. सब कुछ भगवान द्वारा किया जाता है. भगवान उसे वही देगा जिसके लिए वह व्यक्ति योग्य है. गृह मंत्री आएंगे और जाएंगे, भाजपा यहां आज है, लेकिन कल नहीं होगी.
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इनपुट- PTI
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