प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में 554 रेल परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया. इसमें अमृत भारत रेलवे स्टेशन योजना के अंतर्गत रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास व ओवरब्रिजों, अंडरपास का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया. यह स्टेशन 2025-26 में बनकर तैयार होगा. इनमें जयपुर रेल मंडल के 16 रेलवे स्टेशन भी शामिल हैं, जहां वर्ल्ड लेवल की सुविधाओं के साथ हेरिटेज लुक के एंट्री गेट बनेंगे. ऐसे में आइए जानते हैं कि अमृत भारत स्टेशन योजना क्या है.
पीएम मोदी ने कहा कि आपका सपना, आपकी मेहनत और मोदी का संकल्प विकसित भारत की गारंटी है. वंदे भारत जैसी सेमी हाई स्पीड ट्रेन के बारे में किसी सरकार ने नहीं सोचा. इसकी कल्पना एक दशक तक पहले मुश्किल थी. एक दशक पहले तक ट्रेन में स्वच्छता स्टेशन पर सफाई बड़ी बात मानी जाती थी. आज ये सब रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन गए हैं. एयरपोर्ट जैसी आधुनिक सेवाएं सिर्फ पैसे वालों खाते में है. आज रेलवे पर एयरपोर्ट जैसी सुविधा गरीब लाभ ले सकता है. उन्होंने कहा कि दशकों तक रेलवे को स्वार्थ भरी राजनीति का शिकार होना पड़ा. आज रेलवे इज ऑफ ट्रैवलिंग का हिस्सा बन गई है. आज रेलवे बड़े परिवर्तन के दौर से गुजर रही है.
यह भी पढ़ें- किसान निकालेंगे ट्रैक्टर मार्च, जानिए क्या है आज का ट्रैफिक प्लान
पीएम मोदी बोले- बड़े सपने देखने लगा है भारत
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब भारत ने छोटे सपने देखना छोड़ दिया है. हम अब कुछ बढ़ा सोचते हैं और उसे अमल में लाते हैं. मोदी ने कहा कि 27 राज्यों के 300 जिलों में एक साथ 554 स्टेशन आधुनिक बन रहे हैं. इन परियोजनाओं से देश के लाखों युवाओं को रोजगार मिलेगा. इस दौरान केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव वर्चुअली समारोह से जुड़े. उन्होंने कहा कि एक साथ 554 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास रेलवे के इतिहास में पहले कभी नहीं हुए है. वैष्णव ने कहा कि 2014 में रेलवे ब्रिज धीमी गति से बनते थे लेकिन अब तेजी से काम हो रहे हैं.
यह भी पढ़ें- नीति आयोग ने बताया कितनी कम हुई गरीबी, हर महीने इतना खर्च करते हैं भारतीय
क्या है अमृत भारत स्टेशन योजना
रेल मंत्रालय ने 'अमृत भारत स्टेशन' योजना नामक एक नीति पेश की है, जिसके तहत देशभर के कुल 1309 रेलवे स्टेशनों का आधुनिक तरीके से पुनर्विकास किया जाना है. अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत इन स्टेशनों पर भविष्य में यात्रियों की सुविधा, सुगमता व सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवश्यकतानुसार स्टेशन भवन, प्रवेश एवं निकास द्वार, फुटओवर ब्रिज, कॉनकोर्स, प्लेटफॉर्म, सर्कुलेटिंग एरिया, पार्किंग, दिव्यांग सुविधाओं, बैठने की व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, स्वच्छता व्यवस्था, पहुंच पथ, संकेत एवं निर्देश बोर्ड, ट्रेन डिस्प्ले और उद्घोषणा प्रणाली, सुंदरीकरण आदि आवश्यक विकास कार्य किया जाएगा.
जानिए अमृत भारत स्टेशन योजना की खासियत
इसका प्राथमिक उद्देश्य यात्रियों के लिए अधिक सुविधाजनक और आरामदायक अनुभव को बढ़ावा देने के लिए रूफ प्लाजा और सिटी सेंटर समेत आधुनिक बेसिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ स्टेशन सुविधाओं को बढ़ाना है. इसके तहत रेलवे स्टेशन को मॉडर्न बनाया जा रहा है. इस योजना का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों के लिए मास्टर प्लान तैयार कर सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है. इनमें वेटिंग रूम, अच्छे कैफेटेरिया और रिटेल सुविधाएं विकसित की जा रही हैं. इसके साथ ही प्लेटफॉर्म का विकास भी किया जा रहा है. इनमें वेटिंग रूम, अच्छे कैफेटेरिया और रिटेल सुविधाएं विकसित की जा रही हैं. साथ ही प्लेटफॉर्म का विकास भी किया जा रहा है. जिस स्टेशन पर संभव होगा, वहां पर नए भवन को बनाने से ज्यादा पुरानी संरचना में ही सुधार किया जाएगा. सेल्फ-क्लीनिंग नालियां होंगी, जिन्हें खूबसूरत तरीके से डिजाइन किए गए कवर के साथ कवर किया जाएगा, जो जल निकासी का रास्ता होगा.
इन राज्यों में होगा रेलवे का पुनर्विकास
इस कार्यक्रम के तहत उत्तर रेलवे के 92 आरओबी व आरयूबी जिसमें 56 उत्तर प्रदेश में, 17 हरियाणा में, 13 पंजाब में, दिल्ली में चार, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में एक-एक शामिल है. लखनऊ मंडल में 43, दिल्ली मंडल में 30, फिरोजपुर मंडल में 10, अंबाला मंडल में सात और मुरादाबाद मंडल में दो आरओबी व आरयूबी का शिलान्यास किया जाएगा. मानवयुक्त समपार फाटकों के खत्म होने से मालगाड़ी की आवाजाही को सुविधाजनक बनाकर आर्थिक गतिविधि को प्रोत्साहित किया जाएगा. रेलवे क्रॉसिंग पर प्रतीक्षा कर रहे वाहन शहर के प्रदूषण को बढ़ावा देते है. निर्माण पूरा होने पर पर्यावरण प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सकेगा.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.