फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग रोकने की दिशा में उठाए भारत के प्रयासों की सराहना की है. आतंकरोधी गतिविधियों को रोकने की दिशा में उठाए भारत के कदमों की तारीफ करते हुए संस्था ने कहा है कि इस दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास किए गए हैं. एफएटीएफ की ओर से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने हमारी सिफारिशों का सही ढंग से पालन किया है. आतंक के वित्तपोषण (टेरर फंडिंग) को रोकने की दिशा में उच्च स्तरीय उपायों को विकसित किया है.
FATF की तारीफ के क्या हैं मायने
एफएटीएफ ने भारत की तारीफ करते हुए कहा है कि आतंक के खतरों का लगातार सामना करते हुए भारत ने इस दिशा में अच्छा का किया है. टेरर फंडिंग रोकने की दिशा में उठाए कदम सराहनीय हैं. हालांकि, अंतर्राष्ट्रीय संस्था ने भविष्य की चुनौतियों को देखते हुए आगाह भी किया है.
यह भी पढ़ें: दिल्ली के बुराड़ी जैसा महाराष्ट्र के धुले में कांड, फंदे से लटकी मिली लाश, जमीन पर पड़े थे 3 शव
एफएटीएफ के मुताबिक, भारत की अर्थव्यवस्था का लगातार विस्तार हो रहा है. तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में मनी लॉन्ड्रिंग की घटनाओं में तेजी आ सकती है. ऐसे में इसे रोकने के लिए सख्त कानून और उनका प्रभावी ढंग से पालन जरूरी है.
कोर्ट में सालों खिंचने वाले मामलों पर जताई चिंता
रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में मनी लॉन्ड्रिंग रोकने के लिए कार्रवाई की गई है, लेकिन संवैधानिक सीमाएं भी सामने आ जाती है. भारत की अदालतों में ये मामले सालों-साल चलते हैं. पिछले 10 वर्षों में प्रवर्तन निदेशालय ने 10 बिलियन डॉलर की संपत्ति जब्त की है. हालांकि, कोर्ट में केस चलने और मामला सुलजाए जाने तक यह संपत्ति कम होकर 5 मिलियन डॉलर तक हो जाती है.
यह भी पढ़ें: यूपी में एक बार फिर से ट्रेन पलटाने की कोशिश, सरपट दौड़ रही दून एक्सप्रेस के रास्ते में आया 7 मीटर लंबा खंभा
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.