Jayalalitha की मौत में किसने की साजिश? पैनल ने शशिकला और डॉक्टरों को बताया जिम्मेदार, जांच की सिफारिश

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Oct 18, 2022, 02:14 PM IST

2016 में हुई थी जयललिता की मौत

Arumugasamy Inquiry Committee Report: जयललिता की मौत के मामले में गठित की गई जांच समिति ने कहा है कि वी के शशिकला की भी गलती है.

डीएनए हिंदी: तमिलनाडु की पूर्व सीएम रहीं जयललिता की मौत की जांच के लिए अरुमुगास्वामी जांच समिति (Arumugasamy Inquiry Committee) बनाई गई थी. इस समिति की रिपोर्ट को मंगलवार को तमिलनाडु विधानसभा (Tamilnadu Assembly) में पेश किया गया. इस रिपोर्ट में जांचकर्ताओं ने वी के शशिकला, जयललिता के डॉक्टर के एस शिवकुमार, उस समय के स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सी विजय भास्कर को दोषी पाया है. जांच समिति ने सिफारिश की है कि इस मामले में जांच की जाए.

एआईएडीएमके की मुखिया और तमिलनाडु की सीएम रहीं जे जयललिता का निधन दिसंबर 2016 में हुआ था. जिस अस्पताल में जयललिता का निधन हुआ था उसका कहना था कि उनकी मौत 5 दिसंबर 2016 को रात के 11:30 बजे हुई. जांच समिति ने सबूतों के आधार पर दावा किया है कि जयललिता की मौत 4 दिसंबर 2016 को शाम के 3 से 3:30 बजे के बीच ही हो चुकी थी.

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कई नेताओं और मंत्रियों के खिलाफ जांच की सिफारिश
विधानसभा में जयललिता की मौत के अलावा साल 2018 में थूथिकुडी में हुई पुलिस फायरिंग के मामले की भी जांच रिपोर्ट पेश की गई. जयललिता की मौत के मामले में जस्टिस ए अरुमुगास्वामी की समिति ने जयललिता की करीबी कही जाने वाली वी के शशिकला पर भी शक जताया है. जांच समिति के मुताबिक, इस मामले में शशिकला, जयललिता के डॉक्टर केएस शिवकुमार, उस समय के स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सी विजय भास्कर ने गड़बड़ की है और इसकी जांच किया जाना ज़रूरी है.

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आपको बता दें कि बीमार चल रहीं जयललिता का इलाज कराने के लिए 22 सितंबर 2016 को उन्हें चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल के मुताबिक, उनकी मौत 5 दिसंबर को हुई थी लेकिन अब जांच समिति ने दावा किया है कि जयललिता की मौत 4 दिसंबर को ही हो गई थी. 30 नवंबर 2021 को सुप्रीम कोर्ट ने अपोलो अस्पताल की याचिका पर एक मेडिकल बोर्ड गठित करने का निर्देश दिया. यह मेडिकल बोर्ड जांच समिति की सहायता के लिए बनाया गया है.

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