अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) इस वक्त दिल्ली शराब नीति केस में गिरफ्तार हैं. फिलहाल वह जेल से ही सरकार चलाने का दावा कर रहे हैं. दूसरी ओर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उन पर गंभीर आरोप लगाया है. जांच एजेंसी ने दावा किया है कि केजरीवाल इस कथित घोटाले के मास्टरमाइंड हैं और उनकी जानकारी और संरक्षण में मनी लॉन्ड्रिंग की गई. केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि गिरफ्तारी बिना किसी ठोस आधार के की गई है.
ED ने केजरीवाल को बताया जिम्मेदार
अरविंद केजरीवाल के वकीलों का कहना है कि जिन लोगों के बयान को आधार बनाया गया है, उनमें से 80 फीसदी लोगों ने दिल्ली के सीएम का नाम नहीं लिया था. ED का आरोप है कि शराब नीति को बनाने और उसे लागू करने के पीछे अरविंद केजरीवाल मुख्य नेतृत्वकर्ता की भूमिका में हैं. उन्होंने शराब नीति के बहाने मनी लॉन्ड्रिंग और रिश्वत लेने के रास्ते को खुला रखा.
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कविता से केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की हुई थी मुलाकात
ईडी की चार्जशीट में दावा है कि शराब नीति में एक अन्य आरोपी बीआरएस नेता और तेलंगाना के पूर्व सीएम के चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता की अरविंद केजरीवाल से उनके घर पर मुलाकात हुई थी. इस मुलाकात में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी मौजूद थे. कविता के अकाउंटेंट बुचीबाबू, आम आदमी पार्टी के नेता विजय नायर, शराब कारोबारी दिनेश अरोड़ा ने इस केस में बयान दर्ज कराया है.
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सरकारी गवाह ने खोले कई राज
के. कविता के अकाउंटेंट बुचीबाबू भी इस केस में आरोपी हैं, लेकिन अब वह सरकारी गवाह बन गए हैं. जांच एजेंसी को रिकॉर्ड कराए अपने बयान में उन्होंने दावा किया है कि केजरीवाल, सिसोदिया और के. कविता के बीच शराब नीति को लेकर बातचीत हुई थी. पैसों के लेन-देन पर भी चर्चा हुई थी. शराब कारोबारी दिनेश अरोड़ा ने भी दावा किया है कि शराब नीति को लेकर उसकी मीटिंग केजरीवाल से हुई थी.
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