'सही टाइम के हिसाब से खेला खेल, लेकिन 5 मिनट भी नहीं टिक सकेगा ये अध्यादेश', अरविंद केजरीवाल ने केंद्र को दी चुनौती

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:May 20, 2023, 06:16 PM IST

Arvind Kejriwal

Arvind Kejriwal Press Conference: अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस अध्यादेश को लाने के लिए केंद्र ने जानबूझकर गर्मी की छुट्टियों में सुप्रीम कोर्ट के बंद होने का इंतजार किया.

डीएनए हिंदी: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों के तबादले और नियुक्ति से संबंधित केंद्र के अध्यादेश को असंवैधानिक और लोकतंत्र के खिलाफ बताया है. उन्होंने शनिवार को कहा कि दिल्ली सरकार इस अध्यादेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी.  केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार सोची-समझी साजिश और टाइमिंग के तहत इस अध्यादेश को लेकर आई है. क्योंकि उन्हें पता है इस अध्यादेश के खिलाफ दिल्ली सरकार सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी. ऐसे में उन्होंने गर्मियों की छुट्टियों में सर्वोच्च अदालत के बंद होने का इंतजार किया.

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार जानती है कि यह अध्यादेश अवैध है और सुप्रीम कोर्ट में 5 मिनट भी नहीं टिक पाएगा.  यही वजह है कि गर्मियों के अवकाश के लिए सुप्रीम कोर्ट के बंद होने के कुछ घंटे बाद ही केंद्र सरकार ने इस मामले में अध्यादेश जारी कर दिया. उन्होंने कहा कि यह शीर्ष अदालत की सीधी अवमानना है. मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार दिल्ली की AAP सरकार के काम में बाधा डालना चाहती है.

ये भी पढ़ें- '2 घंटे में पहली मीटिंग है, पूरे हो जाएंगे 5 वादे,' कर्नाटक की जनता के सामने राहुल गांधी का ऐलान

सुप्रीम कोर्ट में देंगे चुनौती
अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि केंद्र ने सेवाओं के मामले पर नियंत्रण को लेकर उच्चतम न्यायालय के साथ सीधे टकराव की स्थिति पैदा कर दी है, क्योंकि यह अध्यादेश दिल्ली में निर्वाचित सरकार को सेवाओं के मामले में नियंत्रण देने वाले उसके फैसले को पलटता है. उन्होंने कहा, ‘सेवाओं के मामले में केंद्र का अध्यादेश असंवैधानिक और लोकतंत्र के खिलाफ है. हम इसके खिलाफ उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे.

ये भी पढ़ें- जिंदगी की जंग जीत गया मासूम, 7 घंटे की मशक्कत के बाद 200 फीट गहरे बोरवेल से सुरक्षित निकाला

अध्यादेश के खिलाफ महारैली करेंगे केजरीवाल
उन्होंने इस अध्यादेश को संघीय ढांचे पर हमला बताते हुए कहा कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न दलों के नेताओं से मिलेंगे कि संबंधित विधेयक राज्यसभा में पारित नहीं हो पाए. उन्होंने कहा कि हम इस बारे में बात करने के लिए लोगों के पास जाएंगे और इसके खिलाफ एक महारैली भी आयोजित करेंगे.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर

Arvind Kejriwal central government LG VK Saxena