डीएनए हिंदी: दिल्ली में अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग पर लाए गए अध्यादेश के खिलाफ अरविंद केजरीवाल विपक्षी पार्टियों का समर्थन जुटाने में लगे हैं. कई पार्टियां उनके साथ खड़ी भी हैं. कांग्रेस इस मामले पर पीछे हटती दिख रही है. अब ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी कहा है कि वह इस मामले में अरविंद केजरीवाल का साथ नहीं देंगे. ओवैसी ने कहा कि केजरीवाल ने अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर बीजेपी का साथ दिया और अब रो रहे हैं. उन्होंने केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा वह 'वास्तविक हिंदुत्व' को फॉलो करते हैं.
हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने कहा, 'मैं कभी केजरीवाल का समर्थन नहीं कर सकता. मैं केजरीवाल को जानता हूं. वह वास्तविक हिंदुत्व का अनुसरण करते हैं न कि महज उदार हिंदुत्व का.' उनसे यह पूछा गया था कि क्या वह केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ लड़ाई में केजरीवाल का समर्थन करेंगे. ओवैसी ने कहा, 'केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का समर्थन क्यों किया था जब उन्होंने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया था. क्या उन्हें पता नहीं था कि एक राज्य को तीन केंद्र शासित प्रदेश में विभाजित कर दिया गया है.'
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केजरीवाल पर ओवैसी ने जमकर साधा निशाना
ओवैसी ने आगे कहा, 'केजरीवाल ने यह दिखाने की कोशिश की कि वह सबसे बड़े हिंदू हैं. जब अनुच्छेद 370 निरस्त किया गया था तो उन्होंने बीजेपी का समर्थन किया था. केजरीवाल ने अनुच्छेद 370 पर भाजपा का समर्थन क्यों किया था?' एआईएमआईएम चीफ ने पूछा कि विदेश मंत्रालय अपने निकटतम पड़ोस में प्राचीन भारतीय अवधारणा के प्रभाव को दर्शाते भारत के नए संसद भवन की ‘अखंड भारत’ भित्ति चित्र पर अफगानिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश को क्या बताएगा.
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ओवैसी ने कहा, 'अब नए संसद भवन में ‘अखंड भारत’ का भित्ति चित्र लगाया गया है, बीजेपी को बताना चाहिए कि वे अफगानिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल लेने कब जा रहे हैं. आप कब पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर) लेने जा रहे हैं? जब आप ‘अखंड भारत’ का भित्ति चित्र लगाते हैं तो आपको जवाब देना चाहिए कि आप इस दिशा में क्या कर रहे हैं. विदेश मंत्रालय को इस पर जवाब देना पड़ेगा.'
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