महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण (Ashok Chavan) ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. अशोक चव्हाण ने सोमवार को कांग्रेस से इस्तीफा दिया था. बीजेपी उन्हें राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बना सकती है. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि 65 वर्षीय अशोक चव्हाण 14 फरवरी को राज्यसभा के लिए नामांकन करेंगे.
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने कहा, 'आज यह मेरे राजनीतिक करियर की नई शुरुआत है. मैं औपचारिक रूप से बीजेपी में शामिल हो गया. मुझे उम्मीद है कि हम मिलकर महाराष्ट्र के विकास के लिए काम करेंगे.'
अशोक चव्हाण ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद कहा था कि यह उनका स्वतंत्र फैसला है. इसके पीछे कोई विशेष कारण नहीं है. चव्हाण ने उन दावों का भी खंडन किया कि संसद में पेश किए गए श्वेत पत्र ने उन्हें कांग्रेस से इस्तीफा देने के लिए प्रेरित किया. श्वेत पत्र में मुंबई में एक आवासीय सोसाइटी से संबंधित आदर्श सोसाइटी घोटाले का उल्लेख किया गया है, जिसके कारण चव्हाण को 2010 में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में पद छोड़ना पड़ा था. क्या कांग्रेस के और नेता भी उनके नक्श-ए-कदम पर इस्तीफा देंगे, यह पूछे जाने पर चव्हाण ने कहा कि उन्होंने किसी भी कांग्रेस नेता या विधायक से संपर्क नहीं किया है
#WATCH | Mumbai: Former Maharashtra CM Ashok Chavan says, "Today it's a new beginning of my political career. I am formally joining the BJP in their office today...I am hopeful that we will work for the constructive development of Maharashtra." pic.twitter.com/tU9PqiV5js
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले को लिखे एक पत्र में चव्हाण ने कहा कि वह पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को भी विधायक के रूप में अपना इस्तीफा सौंपा. भोकर सीट से विधायक चव्हाण कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य भी थे. वह नांदेड़ लोकसभा क्षेत्र से पूर्व सांसद भी थे.
अशोक चव्हाण मराठवाड़ा क्षेत्र के नांदेड़ जिले के रहने वाले हैं. वह 2014-19 के दौरान कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख भी थे. उन्होंने भोकर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया था और वह नांदेड़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी रह चुके हैं. महाराष्ट्र में कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लगते जा रहे हैं. बीते दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी और मिलिंद देवड़ा ने भी पार्टी छोड़ दी थी.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.