Assam Meghalaya Border Dispute: मेघालय में सुधरी कानून व्यवस्था, असम ने हटाया यात्रा प्रतिबंध, क्या सुलझ गया दोनों राज्यों के बीच विवाद?

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 27, 2022, 08:29 PM IST

Assam-Meghalaya Border Dispute तब से जारी है जब से मेघालय का गठन हुआ था. यह विवाद पिछले दिनों एक बार फिर बढ़ गया था.

डीएनए हिंदी: असम और मेघालय (Assam Meghalaya Border Dispute) के बीच चल रहे सीमा विवाद को लेकर आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण रहा है. समाचार एजेंसी ANI ने बताया कि असम-मेघालय सीमा से लगे मुकरोह गांव में हिंसा के बाद लगाए गए प्रतिबंधों को हटा लिया गया है. ANI से बात करते हुए गुवाहाटी सिटी पुलिस के डीसीपी सुधाकर सिंह ने बताया है कि पुलिस ने असम-मेघालय सीमा के साथ जोरबाट क्षेत्र में बैरिकेड्स हटा दिए और सभी वाहनों को मेघालय में प्रवेश करने की अनुमति दी है. 

यात्रा प्रतिबंध हटाने के दो दिन बाद असम पुलिस ने सामान से लदे ट्रकों को मेघालय में प्रवेश करने की अनुमति दी है. दोनों राज्यों के बीच तनाव बढ़ने के बाद पहली बार प्रतिबंधों को हटाया गया है. हालांकि मेघालय के पंजीकरण वाले वाहनों को ही प्रवेश की अनुमति दी गई थी, शेष वाहनों पर अभी भी प्रतिबंध जारी हैं. पुलिस ने पहले असम पंजीकरण प्लेट वाले वाहनों को मेघालय में प्रवेश नहीं करने की सलाह दी थी क्योंकि उन्हें निशाना बनाया जा सकता था. 

गुजरात चुनाव में क्यों हुआ बाटला हाउस का जिक्र, पीएम मोदी ने कांग्रेस को बताया आतंकियों का हिमायती?  

गौरतलब है कि वेस्ट कार्बी आंगलोंग जिले में असम-मेघालय सीमा पर अवैध लकड़ी ले जा रहे एक ट्रक को पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद हिंसा भड़क गई थी जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई थी. असम-मेघालय सीमा के साथ पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में एक विवादित स्थान पर मंगलवार तड़के हुई हिंसा में एक वन रक्षक सहित छह लोगों की उस वक्त मौत हो गई थी, जब अवैध रूप से काटी गई लकड़ियों से लदे एक ट्रक को असम के वनकर्मियों द्वारा रोका गया था.

मैसूर बस स्टॉप के डिजाइन पर भिड़े BJP नेता, रातों रात हटाए गए 2 गुंबद

इस घटना के बाद यात्री कारों पर सिलसिलेवार हमलों के बाद असम सरकार ने वाहनों को मेघालय जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. असम-मेघालय सीमान वाविदा एक बार फिर चर्चा में आ गया था लेकिन अब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने लगी है. 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.