डीएनए हिंदी: उमेश पाल अपहरण केस में पेशी के लिए अतीक अहमद (Atiq Ahmed) को गुजरात से और उसके भाई अशरफ को बरेली जेल से प्रयागराज ले जाया गया है. अतीक को उम्रकैद की सजा सुनाई गई और उसे फिर से साबरमती जेल भेज दिया गया. वहीं, इस मामले में बरी किए गए अशरफ को फिर से बरेली जेल लाया गया है. रास्ते में मीडिया के सवालों पर अशरफ ने कहा कि उसे एक पुलिस अधिकारी ने धमकी दी है कि 15 दिनों में फिर से बाहर ले जाएंगे और किसी न किसी बहाने से एनकाउंटर कर देंगे.
प्रयागराज कोर्ट में पेशी के बाद मंगलवार को ही अशरफ को सुरक्षित बरेली जेल लाया गया. रास्ते में पुलिस वैन के अंदर से ही मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए अशरफ ने कहा, 'एक बड़े पुलिस अधिकारी ने मुझे धमकी दी है. मैं उनका नाम नहीं ले सकता लेकिन उन्होंने कहा कि है कि 15 दिन के भीतर फिर से जेल से बाहर ले जाया जाएगा और उसका एनकाउंटर कर दिया जाएगा.'
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'सीएम योदी समझते होंगे हमारा दर्द'
अशरफ ने यह भी कहा कि इस पूरे मामले में उसके परिवार के खिलाफ साजिश की गई है. अशरफ ने यह भी कहा कि प्रयागराज से बरेली तक लाने के दौरान उसे खाना नहीं मिला और उसे पानी पीकर अपना रोजा तोड़ना पड़ा. जान से मारने की धमकी देने वाले अधिकारी का नाम न लेते हुए अशरफ ने कहा कि उनका नाम बंद लिफाफे में भेजा जाए.
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कई मुकदमों में जेल में बंद अशरफ का कहना है कि उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ के ऊपर भी बड़े आरोप लगे हैं और उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज हुए हैं, वह हमारा दर्ज समझते होंगे. उसने यह भी कहा कि जब उमेश पाल का अपहरण हुआ था तब भी वह जेल में था और जब हत्या की गई तब भी वह जेल में ही था.
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