डीएनए हिंदी: अतीक अहमद के हत्याकांड मामले में हर दिन नए खुलासे होते जा रहे हैं. हत्यारोपियों के मोबाइल बरामद किए जा चुके हैं. यह भी खुलासा हुआ है कि ये तीनों 3 दिन से होटल में रुके थे और यहीं से रेकी कर रहे थे. अब पुलिस की पूछताछ में एक आरोपी ने बताया है कि वह खुद अतीक अहमद से भी मिल चुका था और उसका जलवा देखकर बहुत प्रभावित हुआ था. उसने यह भी कहा है कि वह अतीक अहमद का रौब उसका जलवा देखकर अतीक के गैंग में शामिल होना चाहता था.
अतीक अहमद और अशरफ को गोली मारने वालों में से एक लवलेश तिवारी ने बताया है कि वह अतीक से मिलने के लिए प्रयागराज के चकिया इलाके में बने उसके दफ्तर में गया था. हालांकि, उसने इसका समय नहीं बताया है क्योंकि अतीक अहमद कई सालों से जेल में था. लवलेश के मुताबिक, वह चकिया दफ्तर में जाकर अतीक अहमद से मिला था और वहां का माहौल देखकर वह प्रभावित हो गया था.
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अतीक का जलवा देख हैरान रह गया था लवलेश
लवलेश के मुताबिक, वह चकिया दफ्तर में गया तो अतीक अहमद सोफे पर बैठा हुआ था. उसके आसपास कई हथियारबंद लोग खड़े थे. अतीक के सामने शहर के बड़े-बड़े कारोबारी और व्यापारी जमीन पर बिछी दरी पर बैठे हुए थे. लवलेश का कहना है कि उसकी मुलाकात अतीक के बेटे अली से भी हुई थी लेकिन किसी कारणवश वह अतीक अहमद का गैंग जॉइन नहीं कर पाया.
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हाल ही में पूछताछ में इन हत्यारोपियों ने एसआईटी को बताया कि इन्होंने अपने मोबाइल एक होटल में छिपाए हैं. प्रयागराज के इस होटल में ये तीनों 13 अप्रैल से रुके हुए थे. यहीं से तीनों बारी-बारी से जाते थे और रेकी करके आते थे. इन आरोपियों की निशानदेही पर होटल के कमरे से दो मोबाइल फोन मिले हैं. हालांकि, इन फोन में सिमकार्ड नहीं थे.
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