UP Crime News: अतीक अहमद के दो बेटों की जूवेनाइल होम से रिहाई, अब यही संभालेंगे माफिया का कारोबार? 

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Oct 09, 2023, 10:15 PM IST

Atiq Ahmed Son Custody

Atiq Ahmed Son Released Juvenile Home: माफिया अतीक अहमद के दोनों बेटों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने जूवेनाइल होम से रिहा कर दिया है. दोनों बेटों की रिहाई का आदेश जारी कर उन्हें बुआ परवीन को सौंपा गया है.

डीएनए हिंदी: माफिया अतीक अहमद की मौत और पत्नी के फरार होने के बाद से उसके दो बेटे बाल सुधार गृह में रह रहे थे. उनकी बुआ परवीन ने कोर्ट में दोनों की कस्टडी मांगी थी. 5 अक्टूबर को ही दोनों में से एक अहजम ने 18 साल की उम्र पूरी की है और उससे छोटा आबान अभी नाबालिग है. उसके दोनों बेटों को बाल सुधार गृह से रिहा कर दिया गया है और अब दोनों अपनी बुआ के साथ रहेंगे. हालांकि, दोनों के रिहा होते ही ऐसे संशय उठ रहे हैं कि क्या ये दोनों भी अपराध की दुनिया का हिस्सा हो जाएंगे. कहा तो यहां तक जा रहा है कि धीरे-धीरे करके दोनों अपने पिता और चाचा का पूरा माफिया राज संभालेंगे. अतीक के ये दोनों बेटे 4 मार्च से प्रयागराज के राजरूपपुर स्थित बाल संरक्षण गृह में थे. 

अतीक अहमद की बहन परवीन ने सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई थी कि अब वही इन दोनों की सबसे करीबी रिश्तेदार बची है. उसने दोनों की कस्टडी मांगते हुए कोर्ट में याचिका दाखिल की थी और कहा था कि ये दोनों एक इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ते थे. दोनों नाबालिग हैं और इनके सही मानसिक विकास के पारिवारिक माहौल बहुत जरूरी है. सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद अतीक के दोनों बेटों की रिहाई हुई है. दोनों अपनी बुआ परवीन के साथ जूवेनाइल होम से निकल गए. 

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बाल सुधार गृह में किया गया था सुरक्षा का पूरा इंतजाम 
हाई प्रोफाइल मामला होने की वजह से सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखी गई थी. अतीक के दोनों बेटों की रिहाई के वक्त असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर वरुण कुमार भी मौजूद थे. दोनों की रिहाई पर फैसला लेने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी गठित की थी. दोनों ने कमेटी के सामने अपना बयान दर्ज कराया था. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों ने बुआ के साथ रहने और आगे पढ़ाई करने की इच्छा जताई थी. हालांकि, दोनों में से एक रिहाई से कुछ दिन पहल ही बालिग हो चुका है.

अहजान पर है हत्याकांड में शामिल होने का आरोप 
उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की हत्या की जांच कर रही प्रयागराज पुलिस की जांच में अहजम की भागीदारी के सबूत मिले हैं. पुलिस जांच में बताया गया है कि अतीक के चौथे नंबर के बेटे अहजम ने वारदात में इस्तेमाल किए गए सभी आईफोन को एक्टिवेट कर उसमें कोडिंग की थी. फिलहाल उसे आरोपी बनाए जाने को लेकर कोई जानकारी नहीं है. हालांकि, उसे अब बाल सुधार गृह से रिहा कर दिया गया है. दोनों की 7 महीने बाद रिहाई हुई और इस दौरान मीडिया को आसपास नहीं आने दिया गया. जूवेनाइल होम से निकलते ही दोनों बुआ के साथ गाड़ी में रवाना हो गए. 

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