IAF की पायलट अवनी चतुर्वेदी ने उड़ाया Sukhoi MKI30, विदेशी धरती पर दिखाया भारतीय नारी का दम

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Feb 05, 2023, 05:25 PM IST

Sukhoi MKI30 वही विमान है जिसके गश्त लगाने के चलते बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान विमान डर के मारे टेक ऑफ नहीं कर पाए थे.

डीएनए हिंदी: विदेशों में हवाई युद्धाभ्यास में भाग लेने वाली भारतीय वायु सेना (IAF) की पहली महिला लड़ाकू पायलट बनकर अवनी चतुर्वेदी ने इतिहास रच दिया है. वे अपनी स्क्वाड्रन की लीडर हैं. उन्होंने बताया कि लड़ाकू विमान उड़ाना रोमांचक है. Su-30MKI विमान उड़ाने वाली पहली महिला पायलट अवनी चतुर्वेदी जापान में युद्धाभ्यास का हिस्सा थीं. वह इस सफलता से बेहद उत्साहित दिखीं और इसे अपने लिए एक गौरव का क्षण बताया.

अवनी ने जापानी एयरबेस में जापान एयर सेल्फ डिफेंस फोर्स (JASDF) के साथ 16-दिवसीय मेगा एयर कॉम्बैट अभ्यास में भाग लिया था. अवनी चतुर्वेदी ने कहा कि यह एक बेहतरीन अनुभव रहा है. उन्होंने कहा, "यह पहली बार था जब मैं एक अंतरराष्ट्रीय अभ्यास में शामिल हुई. यह मेरे लिए एक बड़ा अवसर था और सीखने का एक अद्भुत अनुभव था."

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युवाओं को किया प्रेरित 

जांबाज महिला पायलट ने कहा है कि एक्सरसाइज 'वीर गार्जियन-2023' भारतीय वायुसेना और जेएसडीएफ के बीच पहला युद्धाभ्यास था, जिसमें एयर कॉम्बैट मैन्यूरिंग इंस्ट्रक्शन और एयर डिफेंस मिशन पर फोकस रखकर प्रैक्टिस की गई थी., उन्होंने कहा, "मैं सभी युवाओं और एयरफोर्स में आने के इच्छुक लड़के-लड़कियों को कहना चाहूंगी कि आसमान आपकी सीमा है."

उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना में फाइटर एयरक्राफ्ट उड़ाना बहुत रोमांचक है और यह आपके लिए एक शानदार करियर का मौका है. मैं तैयारी कर रहे सभी युवाओं से कहना चाहूंगी कि अपनी नजर लक्ष्य पर रखो और दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ इसे पूरा करने में जुट जाओ. 

युद्धाभ्यास से क्या हुए बड़े फायदे

जापान में हुए युद्धाभ्यास को लेकर अवनी चतुर्वेदी ने बताया है कि इस अभ्यास ने हमें एक-दूसरे से सीखने का एक बड़ा अवसर दिया है. एक-दूसरे की वर्किंग के तौर तरीकों, प्लानिंग और प्रोसेस को अच्छे अभ्यास के रूप में समझने का मौका मिला. यह आपस में एक दूसरे से सीखने का अभ्यास रहा.

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बता दें कि कंप्यूटर साइंस में बीटेक, स्क्वाड्रन लीडर चतुर्वेदी जून 2016 में भारतीय वायुसेना में शामिल होने वाली पहली तीन महिला लड़ाकू पायलटों में से एक थीं, अन्य दो महिला पायलट भावना कांत और मोहना सिंह थी.

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