डीएनए हिंदीः अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का निर्माण तेजी से किया जा रहा है. रामलला की प्रतिमा को बनाने की प्रकिया भी शुरू हो चुकी है. नेपाल की गंडक नदी में मिली एक शिला को लेकर इन दिनों काफी चर्चा हो रही है. बताया जा रहा है कि इसी शिला से प्रतिमा का निर्माण हो सकता है. बताया जा रहा है कि प्रतिमा के निर्माण के लिए जिस तरह की शिला की जरूरत थी वह नेपाल में मिला है. 7x5 फ़ीट की इस शिला को अभी निकालने के बाद नेपाल के पुरातत्व विशेषज्ञों ने देखा है.
28 जनवरी को नेपाल पहुंचे ट्रस्ट के सदस्य
जानकारी के मुताबिक इस शिला को नेपाल से अयोध्या लाने के लिए मंदिर ट्रस्ट के सदस्य 28 जनवरी को नेपाल में जनकपुर पहुंचने वाले हैं. यहां शिला को लेकर यज्ञ और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा. शिला को नेपाल से मधुबनी, दरभंगा, मुज़फ़्फ़रपुर, गोपालगंज के रास्ते यूपी लाया जाएगा. पहले गोरखपुर और फिर अयोध्या ले जाया जाएगा. जगह-जगह इसके स्वागत का भी आयोजन किया गया है.
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क्यों खास है यह शिला
यह शिला अपने आप में काफी खास है. मान्यता है कि शालिग्राम में भगवान विष्णु का वास होता है. शालिग्राम शिला नेपाल की गंडकी नदी में मिलती है. इस शिला की लोग घर में भी पूजा करते हैं. अयोध्या में बन रहे राममंदिर के लिए काफी बड़ी शिला की आवश्यकता थी. श्रीराम मंदिर के गर्भगृह में स्थापित होने वाली प्रतिमा क़रीब 5.5 फ़ीट की बननी है जिसके नीचे 3 फ़ीट का पेडेस्ट्रीयल भी होगा. रामनवमी के लिए सूर्य की किरण रामलला की प्रतिमा के ललाट पर पड़ेगी. ऐसे में इस प्रतिमा का निर्माण विशेष प्रकार से किया जाना है. विशेषज्ञों और शिल्पकारों की टीम इस शिला को हर प्रकार से देख कर औपचारिक रूप से इससे प्रतिमा निर्माण का फ़ैसला करेगी. माना जा रही है कि इसी शिला से प्रतिमा का निर्माण किया जाएगा.
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