डीएनए हिंदी: आयुर्वेद में विभिन्न रोगों के उपचार की क्षमता है. दुनिया को इसकी तरफ लौटना चाहिए. केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने सोमवार को आयुर्वेद की अहमियत सभी को समझाई. उन्होंने आयुष चिकित्सा पद्धतियों को और ज्यादा विश्वनीय व उनकी जनता के बीच आम स्वीकार्यता पक्की करने के लिए ज्यादा से ज्यादा साक्ष्य आधारित रिसर्च को बढ़ावा देने की अपील की. भट्ट उत्तर प्रदेश के वाराणसी में चार दिवसीय आयुष योग एक्सपो एवं राज्य आरोग्य मेले का उद्घाटन करने पहुंचे थे.
इस मेले में बड़ी संख्या में आयुर्वेद विशेषज्ञों, फार्मा कंपनियों और सरकारी संस्थानों ने शिरकत की. देश की कई नामी आयुर्वेद फार्मा कंपनियों ने भी मेले में अपने स्टॉल लगाए और अपने नए शोध व उत्पाद पेश किए. उत्तर प्रदेश के आयुष राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्रा ने भी मेले का निरीक्षण किया. मेले में एमिल फार्मास्युटिकल के कार्यकारी निदेशक डा. संचित शर्मा ने कहा कि उनकी कंपनी आयुर्वेद के फॉर्मूलों पर आधुनिक चिकित्सा विज्ञान की जरूरतों के अनुरूप शोध कर रही है. उन्होंने कहा कि फॉर्मूलों को बाजार में लाने से पूर्व बाकायदा क्लिनिकल ट्रायल किए जा रहे हैं ताकि बिना किसी दुष्प्रभाव के मरीजों को रोगों से मुक्ति मिले सके.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार आयुर्वेद सहित पारंपरिक दवाओं को मुख्यधारा में लाने के लिए कई कदम उठा रही है. इसके लिए सरकार जीवन काल बढ़ाने और दीर्घकालिक रोगों के इलाज के मकसद समर्पित आयुर्वेद से जुड़े अनुसंधान के लिए अनुदान में लगातार बढ़ोतरी कर रही है.
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