रात में अचानक जेल से हो गया आजम खान और अब्दुल्ला का ट्रांसफर, सपा नेता ने जताई एनकाउंटर की आशंका

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Oct 22, 2023, 08:57 AM IST

Azam Khan and Abdullah Azam

Azam Khan Family: सपा नेता आजम खान और अब्दुल्ला आजम को रामपुर जेल से ट्रांसफर कर दिया गया है. तंजीन फातिमा इसी जेल में रहेंगी.

डीएनए हिंदी: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान और उनका परिवार एक बार फिर से मुश्किलों में है. फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट के मामले में सजा होने के बाद आजम खान, अब्दुल्ला आजम और तंजीन फातिमा जेल भेजी गई हैं. शनिवार-रविवार की रात में अचानक ही आजम खान और उनके परिवार के लोगों को रामपुर की जेल से ट्रांसफर कर दिया गया. सूत्रों के मुताबिक, आजम खान को रामपुर जेल से सीतापुर जेल भेजा गया है. जेल से ट्रांसफर किए जाते वक्त आजम खान ने आशंका जताई कि उनका एनकाउंटर किया जा सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि उन पर जानलेवा हमला किया जा सकता है.

रिपोर्ट के मुताबिक, आजम, अब्दुल्ला और तंजीन फातिमा तीनों ही रामपुर जेल में बंद थे. अब आजम खान और अब्दुल्ला को रामपुर जेल से हटा दिया गया है लेकिन तंजीन फातिमा रामपुर जेल में ही रहेंगी. बताया गया है कि आजम खान को सीतापुर जेल में और अब्दुल्ला आजम को हरदोई जेल में भेजा गया है. हालांकि, इसके बारे में आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.

यह भी पढ़ें- दिल्ली में घुटने लगी सांस, लागू हुआ GRAP-2, जानिए क्या है इसका मतलब, क्या-क्या होगा बंद

'शासन के आदेश पर की गई कार्रवाई'
बताया गया कि आजम खान को बोलेरो कार में जबकि अब्दुल्ला आजम को वज्र वाहन में भेजा गया. आजम खान ने पीठ दर्द का हवाला देते हुए कार के बीच में बैठने पर आपत्ति भी जताई. इन नेताओं की जेल बदले जाने के मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह ने कहा कि शासन के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है.

यह भी पढ़ें- राम मंदिर बनाने वाली कंपनी पर लग गया ढाई करोड़ का जुर्माना, जानिए क्या है वजह

बता दें कि आजम खान और तंजीन फातिमा के बेटे अब्दुल्ला आजम के बेटे के फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट मामले में कोर्ट ने 18 अक्टूबर को सजा सुनाई थी. इन नेताओं को सात साल की सजा सुनाई गई है. ऐसे में सजा बरकरार रहने पर ये नेता इस दौरान चुनाव भी नहीं लड़ सकते हैं. इसी मामले में एक बार अब्दुल्ला आजम की विधायक भी खारिज की जा चुकी है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.