डीएनए हिंदीः समाजवादी पार्टी (SP) के कद्दावर नेता आजम खान (Azam Khan) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम के समर्थकों की निशानदेही पर पुलिस ने जौहर यूनिवर्सिटी से खुदाई के बाद नगर पालिका रामपुर की सफाई करने वाली मशीन बरामद की है. इन मशीनों को सपा सरकार में नगर पालिका रामपुर ने खरीदा था. इनका जौहर यूनिवर्सिटी में इस्तेमाल किया जा रहा था. जब बीजेपी की सरकार सत्ता में आई तो इन्हें दबा दिया गया. अब इसी यूनिवर्सिटी में लिस्ट की दीवार के पास से बेशकीमती किताबें बरामद हुई हैं.
कैसे हुआ खुलासा
जौहर यूनिवर्सिटी में हुई इस कार्रवाई के खुलासे बारे में एडिशनल एसपी संसार सिंह ने बताया कि जुए के आरोप में दो अभियुक्त पकड़े गए थे, जिसमें एक का नाम सालिम है और दूसरे का अनवार है. यह दोनों आजम के विधायक बेटे अब्दुल्ला के बहुत नजदीकी हैं. इन्होंने पूछताछ पर कई बातों का खुलासा किया था. जिस आधार पर वाकर अली ने कोतवाली में एक मुकदमा पंजीकृत कराया. मुक़दमे के मुताबिक पूर्व की सरकार में नगर पालिका ने जमीन सफाई के लिए एक बहुत बड़ी मशीन खरीदी थी, जिसकी कीमत करोड़ों में थी. मशीन का इस्तेमाल आमलोगों की जगह यूनिवर्सिटी में किया जा रहा था. जब नई सरकार बनी तो उस मशीन की खोजबीन हुई. जिसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन, कुलपति और इनके साथियों ने मिलकर उस मशीन को कटवाकर जमीन में गाड़ दिया.
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बेशकीमती किताबें बरामद
बताया जा रहा है कि मदरसा आलिया की हजारों किताबें बरामद की गई हैं. यूनिवर्सिटी के अंदर लिफ्ट की दीवार तोड़कर यह किताबें निकाली गई हैं. बताया जा रहा है कि अब्दुल्ला आजम के करीबी अनवार और सालीम की निशानदेही पर ये किताबें बरामद की गई हैं. सोमवार को मशीनें बरामद होने के बाद पुलिस ने आजम खान, अब्दुल्ला आजम समेत सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी.
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