डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे कुछ राज्यो में इन दिनों बच्चा चोरी (Child Kidnapping) की बड़ी चर्चा है. आलम यूं है कि गांवों में अनजान शख्स दिखते ही लोग उसे बच्चा चोर समझ ले रहे हैं और पिटाई कर दे रहे हैं. लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि बच्चा चोरी सच में हो रही है या सिर्फ़ अफवाह भर ही है. बच्चा चोरी के शक में पिटाई के चलते कई लोगों की जान भी जा चुकी है. कहीं-कहीं पर बच्चा चोरी के मामले सामने भी आए हैं लेकिन इसके एक गिरोह के तौर पर काम करने की पुष्टि नहीं हो पाई है.
यूपी पुलिस को बच्चा चोरी की 30 से ज्यादा सूचनाएं मिली हैं. 17 मामलों में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है और 34 लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है. अनजान लोगों से हो रही मारपीट के मामले पर यूपी पुलिस के एडीजी प्रशांत कुमार का कहना है कि गांवों में अक्सर उन लोगों की पिटाई कर दी जा रही है जिनका मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं है और वे विक्षिप्त हैं. इस मामले में पुलिस ने अपील की है कि आम लोग कानून को अपने हाथ में न लें.
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बच्चा चोरी के शक में मार दी गोली
इसी तरह के मामले राजस्थान, बिहार और मध्य प्रदेश से भी सामने आ रहे हैं. ज्यादातर मामले झूठे साबित हो रहे हैं लेकिन कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. यूपी के सहारनपुर जिले के देवबंद में बच्चा चोरी के शक में ही एक शख्स को गोली मार दी गई और उसकी जान चली गई. इसके अलावा, कासगंज में एक कार पर सवार चार लोगों को कार से उतारकर पीटा गया.
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यूपी पुलिस ने लोगों से अपील करते हुए उन्हें चेतावनी भी दी है. पुलिस ने कहा है कि बच्चा चोरी का शक होने पर भी किसी के साथ मारपीट न करें. इसके अलावा, ऐसी कोई जानकारी मिलने पर पुलिस को सूचना दें, उसके बारे में अफवाह न फैलाएं. पुलिस का कहना है कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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