Badruddin Ajmal: मैं शर्मिंदा हूं... विवादित बोल पर चौतरफा घिरे सांसद बदरुद्दीन अजमल ने मांगी माफी

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Dec 04, 2022, 09:27 AM IST

Badruddin Ajmal:  बदरुद्दीन अजमल ने हिंदुओं के खिलाफ विवादित बयान दिया था जिसके बाद विवाद बढ़ गया है. 

डीएनए हिंदीः एआईयूडीएफ (AIUDF) सांसद बदरुद्दीन अजमल (Badruddin Ajmal) के विवादित बयान पर विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने माफी मांग ली है. शुक्रवार को अजमल ने हिंदुओं पर विवादित बयान देते हुए कहा था, हिंदुओं को बच्चों के मामले में मुसलमानों का फॉर्मूला अपनाना चाहिए और बच्चों की कम उम्र में ही शादी कर देनी चाहिए. इस बयान पर जमकर हंगामा हुआ था. हिंदू युबा- चतरा परिषद, असम ने हिंदू लड़कियों पर टिप्पणी को लेकर बदरुद्दीन अजमल के खिलाफ नौगांव सदर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है. 

क्या दिया था बयान 
बदरुद्दीन अजमल ने कहा था कि हिंदुओं को बच्चों के मामले में मुसलमानों का फॉर्मूला अपनाना चाहिए और बच्चों की कम उम्र में ही शादी कर देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मुस्लिम युवक 20 से 22 साल की उम्र में शादी करते हैं और मुस्लिम महिलाएं 18 वर्ष की उम्र में शादी करती हैं, जो संवैधानिक है. उन्होंने कहा कि हिंदुओं को बच्चों के मामले में मुसलमानों का फॉर्मूला अपनाना चाहिए और बच्चों की कम उम्र में ही शादी कर देनी चाहिए. उन्होंने कहा, वे (हिंदू) शादी से पहले एक, दो या तीन अवैध पत्नियां रखते हैं. वे यहां नहीं रूके, अजमल ने कहा, वे बच्चों को जन्म नहीं देते, खुद का आनंद लेते हैं और पैसा बचाते हैं. अजमल ने लव जिहाद को लेकर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर भी टिप्पणी की अजमल ने कहा, मुख्यमंत्री आज देश के शीर्ष नेताओं में से एक हैं. उन्हें कौन रोक रहा है. आप भी चार-पांच लव-जिहाद करते रहो और आप हमारी मुस्लिम लड़कियों को ले जाते रहो. हम आपका स्वागत करेंगे और लड़ाई भी नहीं करेंगे. 

ये भी पढ़ेंः एमसीडी चुनाव में  M-2 मॉडल EVM मशीन का हो रहा इस्तेमाल, जानें क्या है ये व्यवस्था

मांफी मांगकर बोले- मैं शर्मिंदा हूं...
बदरुद्दीन अजमल ने अपने बयान पर माफी मांगते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया और उन्होंने किसी समुदाय विशेष को निशाना नहीं बनाया था. अजमल के राजनीतिक विरोधियों ने उनकी टिप्पणी को गुजरात विधानसभा चुनाव से जोड़ा. उन्होंने आरोप लगाया कि एआईयूडीएफ प्रमुख भारतीय जनता बीजेपी को बचाने के लिए उसके नक्शेकदम पर चल रहे थे, जो गुजरात में सत्ता बनाए रखने की कोशिशों में जुटी है. उन्होंने कहा कि मैंने किसी व्यक्ति को निशाना नहीं बनाया और न ही ‘हिंदू’ शब्द का इस्तेमाल किया. मैं किसी का दिल नहीं तोड़ना चाहता था. यह एक मुद्दा बन गया और मुझे इसके लिए खेद है, मैं इसे लेकर शर्मिंदा हूं.  

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर. 

Badruddin Ajmal AIUDF aiudf chief bjp aurangzeb Assam