डीएनए हिंदी: धीरेंद्र शास्त्री के बागेश्वर धाम में एक बच्ची की मौत हो जाने के मामले में मध्य प्रदेश का मानवाधिकार आयोग हरकत में आ गया है. मानवाधिकार आयोग ने छतरपुर जिले के एसपी और जिलाधिकारी को नोटिस भेजकर इस मामले में रिपोर्ट मांगी है. एक महिला राजस्थान से अपनी छोटी सी बेटी को लेकर बागेश्वर धाम आई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, जब बच्ची धीरेंद्र शास्त्री के पास आई तो उन्होंने महिला को भभूति देकर कहा कि यह बच्ची शांत हो चुकी है इसे ले जाओ. यह महिला अपनी बीमार बेटी के इलाज में चमत्कार की उम्मीद लेकर बागेश्वर धाम आई थी.
रिपोर्ट के मुताबिक, यह महिला राजस्थान के बाड़मेर की रहने वाली है. मिर्गी से परेशान अपनी बेटी के इलाज के लिए वह बेटी को लेकर 17 फरवरी को बागेश्वर धाम आई थी. उसे उम्मीद थी कि कोई चमत्कार हो जाएगा और उसकी बेटी ठीक हो जाएगी. कहा जा रहा है कि बच्ची को लेकर महिला जब धीरेंद्र शास्त्री के पास पहुंची तो उन्होंने भभूति देकर कहा कि यह शांत हो चुकी है इसे ले जाओ.
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मौत के बाद भी नहीं मिली एंबुलेंस
आरोप है कि बच्ची की मौत के बाद सरकारी एंबुलेंस भी नहीं मिली. मजबूरी में बच्ची के घरवालों ने 11,500 रुपये खर्च करके एंबुलेंस बुक की और उसके शव को राजस्थान ले गए. अब इसी मामले में मध्य प्रदेश के मानवाधिकार आयोग ने छतरपुर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी है.
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बच्ची के घरवालों का कहना है कि जब वे बागेश्वर धाम पहुंचे तो बच्ची को रातभर मिर्गी के दौरे आते रहे और वह सो नहीं पाई. दोपहर में उसकी आंखें झपने लगीं तो उन्हें लगा कि बच्ची को नींद आ गई है. काफी देर तक जब शरीर में कोई हलचल नहीं हुई तो बच्ची को लेकर अस्पताल गए. वहां बताया गया कि बच्ची की मौत हो चुकी है.
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