बागपत लोकसभा सीट जाटलैंड के नाम से भी जानी जाती है. जाट के अलावा इस सीट पर गुर्जर, त्यागी, राजपूत, मुस्लिम और दलित मतदाताओं का प्रभाव रहा है. बागपत सीट पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होंगे. बागपत लोकसभा सीट से इंडी गठबंधन (INDIA) की तरफ से समाजवादी पार्टी ने अमरपाल शर्मा को मैदान में उतारा है, जबकि NDA में यह सीट राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के खाते में गई है. आरएलडी ने राजकुमार सांगवान को उम्मीदवार बनाया है. इस सीट के लिए बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने प्रवीण बैंसला को टिकट दिया है.
इसे भी पढ़ें : Lok Sabha Elections 2024: Bulandshahr सीट किसका हौसला करेगा बुलंद, जानें सियासी समीकरण
2019 के आम चुनाव में बागपत लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के डॉ. सत्यपाल सिंह जीते थे. उन्हें कुल 525789 वोट मिले थे. इस चुनाव में सत्यपाल मलिक के निकटतम प्रतिद्वंद्वी निकटतम प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रीय लोक दल के जयंत चौधरी रहे थे. उन्हें इस क्षेत्र के 502287 वोटरों का समर्थन मिला था. इस तरह 2019 में बागपत लोकसभा सीट के लिए हुए चुनाव को 23502 वोटों के अंतर से डॉ. सत्यपाल मलिक ने जीत लिया था. 2019 में बागपत संसदीय क्षेत्र में कुल मतदाता 1616476 थे. इसमें महिला मतदाताओं की कुल संख्या 719241 थी, जबकि पुरुष मतदाता 897150 थे.
इसे भी पढ़ें : Tikamgarh सीट पर 5वीं बार खिलेगा कमल या हाथ को मिलेगा वोटरों साथ, जानें सियासी गणित
इमरजेंसी के बाद बागपत संसदीय क्षेत्र की राजनीति पूरी तरह से बदल गई. 1977, 1980 और 1984 के चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह लगातार जीते. चौधरी चरण सिंह के बेटे अजित सिंह इस क्षेत्र के 6 बार सांसद चुने गए. 1989, 1991, 1996, 1999, 2004 और 2009 में यह सीट अजित सिंह के कब्जे में रही. बागपत संसदीय क्षेत्र में विधानसभा की 5 सीटें शामिल हैं. ये सीटें हैं - सिवालखास, छपरौली, बड़ौत, बागपत और मोदीनगर.
डीएनए हिंदी का मोबाइल एप्लिकेशन Google Play Store से डाउनलोड करें.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.