'आरोपियों ने की भागने की कोशिश', बहराइच एनकाउंटर पर बोले DGP प्रशांत कुमार, अखिलेश यादव ने उठाए सवाल

Written By रईश खान | Updated: Oct 17, 2024, 05:43 PM IST

up dgp prashant kumar and Akhilesh Yadav

Bahraich Violence: बहराइच हिंसा मामले में पुलिस ने दो आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया. घायल अवस्था में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस मामले में पुलिस और अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया आई है.

बहराइच हिंसा मामले में पुलिस ने गुरुवार को पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. एनकाउंटर के दौरान 2 को गोली लगी है. इनकी पहचान सरफराज उर्फ रिंकू और मोहम्मद तालीम के रूप में हुई है. पुलिस का कहना है कि आरोपी नेपाल भागने की तैयारी कर रहे थे. नेपाल की सीमा बहराइच से लगती है. उत्तर प्रदेश DGP प्रशांत कुमार का बयान आया है. उन्होंने कहा कि आरोपियों ने भागने की कोशिश की, तब पुलिस ने गोली चलाई.

डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा, 'पुलिस ने भारत-नेपाल सीमा से पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जब उन्हें लाया जा रहा था तो 2 आरोपियों ने भागने की कोशिश की. आरोपियों को रोकने के लिए गोली चलाई गई. इस दौरान सरफराज और तालिब घायल हो गए. अब्दुल हमीद, फहीम और अब्दुल अफजल को गिरफ्तार किया गया. अभी तक कुल 5 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं.'

ADG लॉ एंड ऑर्डर क्या बोले?
ADG लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने कहा, 'पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. मुठभेड़ में मुझे दो आरोपियों के गोली लगने की सूचना मिली है. उन्होंने कहा कि बहराइच में एक व्यक्ति की हत्या और उसके बाद हुई हिंसा के मामले में जांच कर रही पुलिस ने पहले ही नेपाल में एक आरोपी के लिंक की पुष्टि कर ली है.

अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बहराइच सांप्रदायिक हिंसा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और स्थानीय प्रशासन की विफलता करार दिया. अखिलेश ने इस बात पर भी आश्चर्य जताया कि जब इतना बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा था तो वहां कोई पुलिस सुरक्षा क्यों नहीं थी.' 


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अखिलेश यादव ने सवाल उठाया कि यूपी सरकार अपराध को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति और हर कार्यक्रम को बहुत शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित करने की बात करते हैं, जब इतना बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा था, तब आपकी पुलिस कहां थी? क्या प्रशासन को पता नहीं था कि वहां कैसे और क्या हो रहा था?’ यह सरकार देश में नफरत फैलाना चाहती है.'

बता दें कि बीते रविवार को दुर्गा पूजा विसर्जन जुलूस के दौरान मस्जिद के बाहर तेज आवाज में संगीत बजाने को लेकर जिले की महसी तहसील के महाराजगंज में हिंसा भड़क उठी थी. पुलिस के अनुसार, हिंसा में गोली लगने से 22 साल के राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई. घटना के बाद इलाके में तोड़फोड़ और आगजनी शुरू हो गई और गुस्साई भीड़ ने कई मकान, दुकानों, शोरूम, अस्पतालों और वाहनों को आग लगा दी.

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