Lok Sabha Elections 2024: Basti सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला, बीजेपी जीत की हैट्रिक लगाने को तैयार

Written By अनुराग अन्वेषी | Updated: May 20, 2024, 02:32 PM IST

बस्ती में स्थानीय नेताओं की उठापटक से मुकाबला रोचक.

Basti LS Polls: 40 बरस तक बीजेपी में रहे दयाशंकर मिश्रा ने हाल ही में बीएसपी का दामन थामा था. तब मायावती ने उन्हें बस्ती के लिए पार्टी प्रत्याशी बनाया था. पर नामांकन के आखिरी दिन बीएसपी ने दयाशंकर को बदलकर लवकुश पटेल को उम्मीदवार बना दिया. इस बात से खफा दयाशंकर मिश्रा ने अब सपा का दामन थाम लिया है.

बस्ती लोकसभा सीट 2024 के लिए होनेवाला चुनाव लगातार दिलचस्प होता जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी और बसपा तीनों दल अपने-अपने तरीके से वोटबैंक बनाने में लगे हैं और तीनों ही कुर्मी मतों के अपने पक्ष में होने का दावा कर रहे हैं. इस बीच बस्ती सीट पर स्थानीय नेताओं में खूब उठापटक देखने को मिल रही है. तकरीबन 40 बरस तक बीजेपी में रहे दयाशंकर मिश्रा ने हाल ही में बीएसपी का दामन थामा था. तब बीएसपी चीफ मायावती ने उन्हें बस्ती लोकसभा सीट के लिए पार्टी का प्रत्याशी बनाया था. लेकिन नामांकन के आखिरी दिन बीएसपी ने दयाशंकर को बदलकर लवकुश पटेल को उम्मीदवार बना दिया. इस बात से खफा दयाशंकर मिश्रा ने अब सपा का दामन थाम लिया है. सपा ने इस सीट से पूर्व काबीना मंत्री राम प्रसाद चौधरी को मैदान में उतारा है. भाजपा ने दो बार से सांसद चुने जा रहे हरीश चंद्र द्विवेदी पर ही भरोसा जताया है. 


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2019 के आम चुनाव में बस्ती लोकसभा सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार हरीश चंद्र द्विवेदी की जीत हुई थी. उन्हें कुल 471162 वोट मिले थे. इस चुनाव में उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी बसपा के राम प्रसाद चौधरी रहे थे. उन्हें इस क्षेत्र के कुल 440808 वोटरों का समर्थन मिला था. इस तरह हरीश चंद्र द्विवेदी यह चुनाव 30354 वोटों के अंतर से जीत गए थे. 2019 में बस्ती संसदीय क्षेत्र में कुल 1845223 वोटर थे. इसमें महिला वोटरों की संख्या 847455 थी जबकि पुरुष मतदाता 997631 थे. 


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जब बसपा ने दयाशंकर को उम्मीदवार बनाया था उसके बाद इस सीट पर लड़ाई त्रिकोणीय हो गई थी. दो ब्राह्मण उम्मीदवारों के बीच सपा नेता राम प्रसाद को अपनी राह आसान लग रही थी लेकिन बसपा ने आखिरी वक्त में बाजी पलट दी और उसी जाति के नेता को प्रत्याशी बना दिया जिससे सपा के राम प्रसाद आते हैं, इससे सपा की राह थोड़ी मुश्कलि हो गई. हालांकि दयाशंकर मिश्रा का सपा के साथ आने से ब्राह्मण मतों में एक बार फिर बिखराव के आसार हैं. अगर ऐसा होता है तो बस्ती से बीजेपी की राह आसान नहीं होगी. बता दें कि बस्ती संसदीय क्षेत्र में विधानसभा की कुल 5 सीटें शामिल हैं. ये सीटें हैं - हरैया, कप्तानगंज, रुधौली, बस्ती सदर और महादेवा. बस्ती सीट के लिए 25 मई को मतदान होना है.

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