Bhairon Singh Rathod: बॉर्डर मूवी में किया था Sunil Shetty ने जिस जवान का रोल, आज दुनिया से विदा हो गया वो महावीर

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Dec 19, 2022, 11:27 PM IST

Bhairon Singh Rathod (बाएं) का ही किरदार Sunil Shetty ने Border फिल्म में निभाया था.

1971 India Pakistan War Hero: भैरो सिंह राठौड़ का निधन जोधपुर में 81 साल की उम्र में हुआ है. PM नरेंद्र मोदी आदि ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है.

डीएनए हिंदी: आपने 1971 की भारत-पाकिस्तान जंग (1971 India Pakistan war) पर बनी फिल्म बॉर्डर (Border) देखी है. लोंगोवाल पोस्ट (Longowal Post) की जंग पर बनी निर्माता-निर्देशक जेपी दत्ता (JP Dutta) की इस फिल्म में एक बीएसएफ अफसर थे भैरों सिंह राठौड़ (Bhairon Singh Rathod), जिनकी भूमिका बॉलीवुड एक्टर सुनील शेट्टी (Sunil Shetty) ने निभाई थी. लोंगोवाल की जंग के इसी हीरो का आज सोमवार को 81 साल की उम्र में निधन हो गया. नायक भैरों सिंह राठौड़ के बेटे सवई सिंह के हवाले से न्यूज एजेंसी PTI ने उनके निधन की जानकारी सभी को दी. सवई सिंह ने बताया कि भैरों सिंह को पिछले दिनों ब्रेन स्ट्रोक हुआ था, जिसके बाद उन्हें 14 दिसंबर को जोधपुर एम्स (Jodhpur Aiims) में भर्ती कराया गया था. वहां उन्हें ICU में रखा गया था, लेकिन हालत लगातार बिगड़ने के बाद सोमवार को इस वीर जवान ने अपनी आखिरी सांस ली. भैरों सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और सुनील शेट्टी समेत तमाम लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है.

BSF करेगी सैन्य सम्मान से अंतिम संस्कार

Border Security Force (BSF) ने अपने इस वॉर हीरो के निधन की खबर एक ट्वीट के जरिये सभी के साथ साझा की. ट्वीट में लिखा गया कि 1971 की लड़ाई में लोंगेवाल के हीरो नायक (रिटायर्ड) भैरों सिंह (सेना मेडल) को DG बीएसएफ और अन्य सभी रैंक श्रद्धांजलि देते हैं. बीएसएफ उनकी बहादुरी, जज्बे और काम के प्रति निष्ठा को सलाम करती है. प्रहरी परिवार इस कठिन घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़ा है.

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के प्रवक्ता ने बताया कि भैरों सिंह का अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ होगा. उन्होंने कहा, भैरों सिंह के पार्थिव शरीर को जोधपुर बीएसएफ ट्रेनिंग सेंटर में श्रद्धांजलि दी जाएगी. इसके बाद मंगलवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा.

पाकिस्तान की टैंक रेजिमेंट ध्वस्त कर दी गई थी लोंगेवाल में

साल 1971 में सेना के मेजर (तत्कालीन) कुलदीप सिंह चांदपुरी (Kuldeep Singh Chandpuri) के नेतृत्व वाली 120 जवानों की सेना की पंजाब रेजिमेंट की कंपनी को लोंगेवाल पोस्ट की रक्षा की जिम्मेदारी मिली थी. यह पोस्ट जैसलमेर के थार इलाके के रेगिस्तान में है. राठौड़ यहां बीएसएफ की छोटी सी टुकड़ी के कमांडर थे, जिसे सेना की कंपनी के साथ रुकने का आदेश मिला था. पाकिस्तान की एक पूरी ब्रिगेड ने टैंक रेजिमेंट के साथ 5 दिसंबर, 1971 को इस पोस्ट पर हमला बोला था, लेकिन सेना और बीएसएफ की जॉइंट टीम ने इस पूरी ब्रिगेड और टैंक रेजिमेंट को बिना भारी तोपों के ही हरा दिया था.

भैरों सिंह को मिला था सेना मेडल

भैरों सिंह को लोंगेवाल के युद्ध में बहादुरी दिखाने के लिए साल 1972 में सेना मेडल देकर सम्मानित किया गया था. बीएसएफ रिकॉर्ड के मुताबिक, पंजाब रेजिमेंट के 23 जवानों में से एक के मरने पर लांस नायक भैरों सिंह ने अपनी हल्की मशीन गन थामी और आगे बढ़ते दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचाया था. यह उनके साहस और करो या मरो का दृढ़ संकल्प था, जिसने उस दिन जीत हासिल की और लांस नायक भैरों सिंह अपने सभी साथियों के लिए महान प्रेरणा बन गए. 

फिल्म में दिखाया गया था शहीद

फिल्म में भैरों सिंह का किरदार निभा रहे सुनील शेट्टी ने उनके साहस का बेहतरीन अभिनय के साथ प्रदर्शन किया था, लेकिन फिल्मी मसाले की जरूरत को ध्यान में रखते हुए उन्हें इस लड़ाई में शहीद दिखाया गया था. वास्तव में भैरों सिंह 19 दिसंबर, 2022 यानी आज तक जिंदा रहे.

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