डीएनए हिंदी: राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन होगा, इसको लेकर सस्पेंस खत्म हो गया है. विधायक दल की बैठक के बाद भजन लाल शर्मा को सीएम चुन लिया गया है. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बाद राजस्थान में भी नया चेहरा लाकर बीजेपी ने फिर सबको सरप्राइज दिया है. सीएम चुनने के लिए बीजेपी हाईकमान ने अपने वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह को पर्यवेक्षक बनाकर राजस्थान भेजा था. मुख्यमंत्री की रेस में वसुंधरा राजे, बाबा बालकनाथ और राजकुमारी दीया कुमारी का नाम आगे चल रहा था. आखिर में बीजेपी ने भजन लाल पर भरोसा जताया.
राजस्थान में मुख्यमंत्री के नाम के ऐलान के साथ दो डिप्टी सीएम के नाम की घोषणा भी की गई है. दीया कुमारी और प्रेम चंद्र बैरवा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है. जबकि वासुदेव देवनानी विधानसभा के स्पीकर होंगे. जयपुर में विधायक दल की बैठक के बाद केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह के साथ वसुंधरा राजे समेत तमाम नेता मंच पर नजर आए. बीजेपी ने राजस्थान में 115 सीटों पर जीत दर्ज की.
बीजेपी विधायक दल की बैठक
बीजेपी दफ्तर में विधायक दल की बैठक के बाद सर्वसम्मति भजन लाल शर्मा को सीएम बनाने का फैसला लिया गया. प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने स्पष्ट कर दिया है कि विधायक दल का नेता कौन होगा यह फैसला सर्वसम्मति से पार्टी हाईकमान ही तय करेगा. बीजेपी एक अनुशासित पार्टी है और यहां शक्ति प्रदर्शन से कुछ नहीं होगा.
कौन हैं भजन लाल शर्मा?
भजन लाल शर्मा जयपुर की सांगानेर सीट से विधायक हैं. बीजेपी ने इस बार मौजूदा विधायक अशोक लाहोटी का टिकट काटकर इस सुरक्षित सीट से भजन लाल शर्मा को टिकट दिया था. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी पुष्पेंद्र भारद्वाज को 48,081 वोटों से हराया था. भारतपुर जिले के रहने वाले भजन लाल संघ से लंबे समय से जुड़े रहे हैं. वे चार बार प्रदेश महामंत्री के तौर पर कार्यरत रहे हैं. संगठन में मजबूत पकड़ की वजह से उन्हें मुख्यमंत्री पद का तोहफा मिला है.
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लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर फैसला होगा
लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों का संतुलन बनाने के लिए भजन लाल शर्मा पर दांव खेला है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी का लक्ष्य स्पष्ट है और यह सत्ता में लगातार तीसरी बार प्रचंड बहुमत से आने का है. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के फैसले भी इसे देखते हुए ही किया गया है. जातीय जनगणना और ओबीसी प्रतिनिधित्व का मुद्दा विपक्ष उठा रहा है और बीजेपी इसकी काट तैयार करने में जुट गई है.
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