डीएनए हिंदीः मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने एक बार फिर उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को बड़ा झटका दिया है. ठाणे नगर निगम (Thane Municipal Corporation) के 67 में 66 पार्षदों ने उद्धव गुट छोड़ शिंदे गुट का दामन थाम लिया है. इसे ठाकरे गुट के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि बुधवार को ही इन पार्षदों ने एकनाथ शिंदे के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की थी.
महाराष्ट्र में दूसरे नंबर पर है ठाणे नगर निगम
महाराष्ट्र में ठाणे नगर निगम को मुंबई के बाद दूसरे नंबर पर माना जाता है. मुंबई नगर निगम का सालाना बजट 35 हजार रुपये का है. इसके बाद ठाणे का नंबर आता है. एक साथ सभी विधायकों के ठाकरे गुट का साथ छोड़ने से उन्हें बड़ा झटका लगा है. बता दें कि इससे पहले 55 में 39 विधायकों ने उद्धव ठाकरे गुट का साथ छोड़ दिया था. बाद में एक और विधायक इस गुट में शामिल हो गया.
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ठाणे से ही शुरू हुई थी शिंदे की राजनीति
एकनाथ शिंदे ने अपनी राजनीति की शुरुआत ठाणे से ही की थी. उन्होंने 1997 में यहां से पार्षद का चुनाव लड़ा था. इसके बाद वह 2001 में नगर निगम सदन में विपक्ष के नेता भी रहे. 2002 में भी एकनाथ शिंदे ठाणे से दूसरी बार पार्षद बने थे. एकनाथ शिंदे 2004 में ठाणे से विधायक भी बने. इसके बाद लगातार चार बार से वह कोपरी पछपाखडी सीट से विधानसभा का चुनाव जीतते आ रहे हैं.
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