डीएनए हिंदी: बिहार (Bihar) के मुजफ्फरपुर में बड़ा नाव हादसा हुआ है. बागमती नदी में गुरुवार सुबह स्कूल जाने के लिए 33 बच्चे नाव में सवार थे. नाव पलटने से 18 बच्चे अब तक लापता हैं. स्थानीय लोगों के बीच इस हादसे को लेकर काफी गुस्सा है. बताया जा रहा है कि आपदा राहत प्रबंधन टीम को पहुंचने में एक घंटे से ज्यादा वक्त लगा है. गुरुवार को शहर में सीएम नीतीश कुमार के पहुंचने से पहले यह हादसा हुआ है जिसकी वजह से इस पर राजनीतिक बवाल मचना तय है. फिलहाल एनडीआरएफ की टीम सर्च ऑपरेशन चला रही है. बताया जा रहा है कि नाव में कुछ महिलाएं भी सवार थीं.
बिहार के मुजफ्फरपुर में हुए इस हादसे के बाद से ग्रामीण काफी गुस्से में हैं. ग्रामीणों का कहना है कि हर साल बारिश के बाद नदी का पानी बढ़ जाता है. बच्चों को स्कूल जाने के लिए मजबूरन नाव का इस्तेमाल करना पड़ता है जबकि लंबे समय से पुल बनाने की मांग हो रही है. इसके अलावा, ग्रामीणों का आरोप है कि घटना की जानकारी मिलने के बाद भी एक घंटे से ज्यादा वक्त तक एनडीआरएफ की टीम मौके पर नहीं पहुंची. रेस्क्यू करने में लापरवाही बरती गई है.
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स्थानीय गोताखोर बच्चों की तलाश में जुटे
नाव पलटने की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में भीड़ जुट गई. हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय गोताखोर बच्चों को निकालने में जुट गए हैं. इसके अलावा, कुछ स्थानीय लोग भी बच्चों को बचाने के लिए जुट गए थे. 34 में से काफी बच्चों को निकाला गया है लेकिन 18 बच्चे अब तक लापता है. बताया जा रहा है कि बच्चों को बचाने के लिए गया एक स्थानीय युवक भी लापता है. फिलहाल रेस्क्यू जारी है.
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सीएम नीतीश कुमार के दौरे से पहले मचा बवाल
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को मुजफ्फरपुर दौरे पर पहुंचने वाले हैं. इससे पहले हुए बड़े हादसे से प्रशासन में हड़कंप मच गया है. दूसरी ओर इस हादसे पर अब तक प्रशासन की ओर से बयान नहीं दिया गया है. सीएम के दौरे से पहले हुए हादसे पर विपक्षी दलों का निशाना साधना तय माना जा रहा है. इस हादसे के बाद से जमकर राजनीतिक बवाल हो सकता है. इस हादसे से स्थानीय लोग भी गुस्से में हैं और कह रहे हैं कि हर साल ऐसे हादसे होते हैं लेकिन पुल नहीं बनाया जा रहा है.
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