Bihar Caste Census: बिहार में जातिगत जनगणना के आर्थिक आंकड़े आए सामने, जानें किस जाति के कितने लोग गरीब

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 07, 2023, 12:52 PM IST

nitish kumar

Bihar Caste Census Report: बिहार में नीतीश सरकार ने इसी साल अक्टूबर में जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी किए थे. अब इसे विधानसभा में पेश किया गया.

डीएनए हिंदी: बिहार विधनासभा में शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन नीतीश सरकार ने जातिगत जनगणना की रिपोर्ट जारी की. जिसमें आर्थिक और शैक्षणिक आंकड़ों के बारे में सरकार ने सदन को बताया. रिपोर्ट में बताया कि बिहार में करीब एक तिहाई जनसंख्या गरीब है. इनमें अनुसूचित जनजाति के 42.70 फीसदी और सामान्य वर्ग में 29.9 प्रतिशत परिवार गरीब हैं. सामान्य वर्ग के गरीब लोगों में सबसे ज्यादा संख्या भूमिहार और ब्राम्हाणों की है. वहीं, शिक्षा की बात करें तो पूरे राज्य में सिर्फ 7 प्रतिशत लोग ही ग्रेजुएट हैं. इस रिपोर्ट को पेश करने के दौरान सदन में जमकर हंगामा हुआ. बीजेपी नेता नारेबाजी करने लगे.

नीतीश सरकार ने इसी साल अक्टूबर के महीने में जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी किए थे. जिसको लेकर बीजेपी ने आपत्ति जताई थी. इस रिपोर्ट को अब बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पेश किया गया. जहां सरकार ने आर्थिक और शैक्षणिक आंकड़ों के बारे में बताया. रिपोर्ट में बताया गया कि बिहार में 34.13 फीसदी परिवारों की मासिक आए महज 6,000 रुपये है. राज्य में लगभग 64 परिवार ऐसे हैं जो हर महीने 10 हजार रुपये या उससे कम पैसों में गुजर बसर कर रहे हैं.

गरीबों का आंकड़ा
बिहार में करीब एक तिहाई जनसंख्या गरीब है.  सामान्य वर्ग में 25.9 फीसदी, पिछड़ा वर्ग के 33.16 फीसदी, अत्यंत पिछड़ा वर्ग में 33.58 फीसदी, अनुसूचित जाति में 42.93 प्रतिशत, अनुसूचित जनजाति में 42.70 फीसदी और अन्य जातियों में 23.72 फीसदी गरीब परिवार हैं.

बिहार में शिक्षा का क्या है स्तर

  • बिहार में 22.67 प्रतिशत आबादी ने 1 से 5वीं तक शिक्षा हासिल की है.
  • 14.33 फीसदी लोगों ने कक्षा 6 से 8 तक.
  • 14.71 फीसदी आबादी कक्षा 9 से 10 तक.
  • 9.20 फीसदी आबादी ने कक्षा 11 से 12 तक पढ़ाई की है.
  • जबकि ग्रेजुएट की बात करें तो राज्य में मात्र 7 प्रतिशत लोग ही ग्रेजुएट हैं.

ये भी पढ़ें- PM मोदी का कांग्रेस पर निशाना, 'जब ये आए, आतंकियों, नक्सलियों के हौसले बढ़ गए' 

जातिवार गरीबी के आंकड़े

  • मुसहर जाति के लोग 54 फीसदी लोगा गरीब
  • दुसाध, धारी, धरही 39 प्रतिशत.
  • चमार, मोची 42 प्रतिशत
  • पान, सवारी, पानर 36 प्रतिशत
  • पासी 38 फीसदी
  • 25.32 फीसदी भूमिहार परिवार.
  • 25.3 फीसदी ब्राह्मण परिवार गरीब हैं.
  • 24.89 फीसदी राजपूत परिवार गरीब हैं.
  • 13.83 फीसदी कायस्थ परिवार गरीब हैं. 
  • पठान (खान ) 22.20% परिवार गरीब हैं.
  • 17.61 फीसदी सैयद परिवार गरीब हैं.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.