Sharda Sinha: जैसे ही दिवाली का उल्लास खत्म होता है, बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश की फिजाओं में एक खास आवाज गूंजने लगती है. ये आवाज किसी और कि नहीं, बल्कि मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा की होती है. ये संकेत होता है छठ पूजा के शुभ आगमन का, जो इन इलाकों का एक महत्वपूर्ण और श्रद्धा से जुड़ा त्योहार है. शारदा सिन्हा जिन्हें 'स्वर कोकिला' और 'बिहार की लता मंगेशकर' कहा जाता है. उनके अनूठे लोक गीत हर साल छठ का माहौल और भी भावुक बना देती है.
लेकिन इस बार शारदा सिन्हा अपनी जिंदगी की सबसे कठिन लड़ाई लड़ रही हैं. 72 वर्षीय ये महान गायिका मायलोमा कैंसर से जूज रही हैं. वह दिल्ली के एम्स अस्पताल में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं. उनका जीवन और उनके गीतों का अमूल्य खजाना लाखों लोगों के दिलों में बसा हुआ है. उनके चाहने वालों के मन में अब एक सवाल उठ रहा है कि उनके जाने के बाद उनकी संपत्ति का वारिस कौन होगा.
अपने मधुर आवाज से जीते करोड़ों दिल
बिहार के सुपौल जिले में जन्मी शारदा सिन्हा ने बचपन से ही अपनी मधुर आवाज के कारण लोगों के दिलों में खास जगह बना ली थी. बड़े से लाल बिंदी, सिंदूर से सजी मांग और चश्मा पहने उनकी छवि हर संगीत प्रेमी के दिल में बसी हुई है. शारदा सिन्हा ने अपने करियर में अधिकतर लोक गीत ही गाए, जो आज भी लोगों के बीच लोकप्रिय हैं.
संपत्ति का अनुमान
शारदा सिन्हा की संपत्ति को लेकर कोई पुख्ता जानकारी नहीं है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उनके पास 20 से 50 लाख डॉलर (16 से 42 करोड़ रुपये) की संपत्ति है. शारदा सिन्हा के परिवार में उनके दो बच्चे हैं – बेटा अंशुमान सिन्हा और बेटी वंदना. उनके वारिस के रूप में इन दोनों का नाम सामने आता है, लेकिन इस पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.
छठ पूजा कि आवाज
शारदा सिन्हा का नाम बिहार और भारत के पारंपरिक लोक गीतों से गहराई से जुड़ा है. उनके द्वारा गाए गए छठ गीत बिहार समेत दुनिया के कई हिस्सों में बसे भारतीयों के दिलों में बसे हुए हैं. हाल ही में उनके बेटे अंशुमान सिन्हा ने दिल्ली एम्स से छठ गीत 'दुखवा मिटाईं छठी मइया' रिलीज किया था. छठ पूजा के गीतों के अलावा शारदा सिन्हा ने बॉलीवुड फिल्मों में भी अपनी आवाज दी है. 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' का तार बिजली से पतले हमारे पिया.. और मैंने प्यार किया का कहे तोसे सजना.. गाने को आज भी बेहद पसंद किया जाता है.
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करियर की शुरुआत
शारदा सिन्हा ने अपने करियर की शुरुआत ऑल इंडिया रेडियो से की थी. इसके बाद उन्होंने कुछ समय दूरदर्शन में भी काम किया. धीरे-धीरे उन्होंने लोकगायिका के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनाई. आज उनके द्वारा गाए गए छठ गीत न केवल बिहार में बल्कि भारत के अन्य हिस्सों में भी लोकप्रिय हैं.
प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री केजरीवाल ने जाना हाल
शारदा सिन्हा की बिगड़ती सेहत के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने उनके बेटे अंशुमान सिन्हा से संपर्क कर उनकी तबीयत का हाल जाना. पूरे बिहार समेत देशभर में उनके करोड़ों प्रशंसक उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं.
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