डीएनए हिंदी: चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए तारीख का ऐलान कर दिया है. इसके लिए 18 जुलाई को मतदान होगा. इस बीच बिहार के लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) राष्ट्रपति बनने के लिए चुनाव लड़ने जा रहे हैं. नामांकन दाखिल करने के लिए लालू 15 जून को दिल्ली पहुंचने की तैयारी में हैं. जानकारी के लिए बता दें कि यहां बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की नहीं, बल्कि सारण के रहने वाले लालू प्रसाद यादव की बात हो रही है.
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, सारण जिले के मढ़ौरा नगर पंचायत क्षेत्र स्थित रहीमपुर के निवासी लालू प्रसाद यादव ने साल 2017 में हुए राष्ट्रपति चुनाव के लिए भी नामांकन किया था. हालांकि, संख्या बल पूरा नहीं होने के चलते उनका नामांकन रद्द कर दिया गया. वहीं, इस बार लालू प्रसाद यादव पूरी तैयारी में हैं. 15 जून को दिल्ली जाने के लिए उन्होंने फ्लाइट का टिकट भी बुक करा लिया है.
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नहीं मानी हार
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के अलावा वे नगर पंचायत में भी अपना भाग्य आजमा चुके हैं. ये बात अलग है कि उन्हें आज तक सफलता नहीं मिली है. साल 2014 में लालू लोकसभा चुनाव लड़े और हार गए. 2015 के वे विधानसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमा चुके हैं. इसके अवाला विधान परिषद के 2016 में सारण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र, 2020 में सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र और 2022 में सारण त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन क्षेत्र के चुनावी मुकाबले में भी उन्होंने किस्मत आजमानी चाही लेकिन हर बार हार का सामना करना पड़ा.
चुनाव लड़ने का बनाना है रिकॉर्ड
बिहार में लालू प्रसाद यादव तो 'धरती पकड़' के नाम से जाना जाता है. उनका कहना है कि उन्हें चुनाव लड़ने का रिकॉर्ड बनाना है. वो उन लोगों में से नहीं हैं जो हार मिलने के बाद चुपचाप बैठ जाएं.
लालू प्रसाद यादव का मानना है कि कभी न कभी उनकी किस्मत साथ देगी और वो राज्य या केंद्र के किसी सदन का हिस्सा बनेंगे.
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