डीएनए हिंदी: 'शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशां होगा'. ये पंक्तियां महज किताबी ही हैं. यह बात एक बार फिर साबित हो गई है. बिहार पुलिस पर देश के लिए जान देने वाले एक शहीद जवान के पिता को बर्बर तरीके से सोमवार देर रात घर में घुसकर घसीटते हुए गिरफ्तार करने के आरोप लगे हैं. जवान जय किशोर साल 2020 में लद्दाख में घुसी चीनी सेना के साथ गलवान घाटी (2020 Galwan clashes) के चर्चित टकराव के दौरान शहीद हुए थे. उनके पिता को पुलिस ने इतनी बर्बरता के साथ पीटते हुए महज इस आरोप में गिरफ्तार किया है कि उन्होंने शहीद जय किशोर का स्मारक एक सरकारी जमीन पर बना लिया है. वैशाली जिले में शहीद के गांव में पुलिस की इस बर्बर कार्रवाई का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इस गिरफ्तारी के बाद ग्रामीणों में भी पुलिस कार्रवाई के खिलाफ रोष बना हुआ है.
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वायरल वीडियो से सामने आई बर्बर कार्रवाई
पुलिस के रात में घर में घुसकर शहीद जय किशोर के पिता राजकपूर सिंह को जबरन गिरफ्तार करने की घटना वहां लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई. वीडियो में दिख रहा है कि देर रात एक गाड़ी में भरकर आए 8-10 पुलिसकर्मी सीधे घर में घुसते हैं और राज कपूर को घसीटते हुए बाहर लेकर आते हैं. इसके बाद वे उन्हें गाड़ी में डालकर अपने साथ ले जाते दिख रहे हैं. फैमिली का आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने राज कपूर के साथ मारपीट भी की है.
गांव के ही दलित ने की थी कब्जे की शिकायत
राज कपूर के खिलाफ पुलिस ने अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति (उत्पीड़न निरोधक) अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है. यह मुकदमा गांव के ही एक दलित व्यक्ति की शिकायत पर दर्ज किया गया है, जिसने पुलिस को दी शिकायत में सिंह पर सरकारी जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है.
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पुलिस ने 15 दिन में शहीद का पुतला हटाने को कहा था
राज कपूर के दूसरे बेटे नंद किशोर सिंह ने कहा कि पुलिस ने 15 दिन के अंदर शहीद का पुतला हटाने का आदेश दिया था. उन्होंने कहा, पुलिस अफसर आए और हमें 15 दिन में शहीद स्मारक हटाने का आदेश दिया. कल रात वे मेरे पिता को गिरफ्तार कर ले गए. इससे पहले उन्होंने मेरे पिता को घसीटा, चांटा मारा और गालियां दी. इसके बाद पुलिस स्टेशन में भी उनके साथ मारपीट की गई है. नंद किशोर ने कहा, वे रात के अंधेरे में घर में घुसे और मेरे पिता को ऐसे गिरफ्तार किया, मानो वे कोई आतंकी हैं.
ग्रामीणों ने किया गिरफ्तारी का विरोध
राज कपूर की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही बहुत सारे ग्रामीण शहीद के स्मारक पर पहुंच गए. इन सभी ने पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन किया. हालांकि पुलिस ने अपनी कार्रवाई को सही ठहराया है. पुलिस अफसर पूनम केसरी के मुताबिक, उन्होंने एक ग्रामीण हरिनाथ राम की शिकायत पर कार्रवाई की है, जिसने कहा था कि शहीद के स्मारक से उसके खेत का रास्ता बंद हो गया है. स्मारक की दीवार रातोंरात खड़ी कर ली गई. यह सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर बनाया गया है. इसे हटाने के लिए लगातार कहा जा रहा था.
कई अधिकारी पहुंचे थे शहीद के पुतले के अनावरण में
जिस शहीद स्मारक को अवैध बताकर यह बर्बर कार्रवाई की गई है, उसमें शहीद जवान जय किशोर की प्रतिमा का अनावरण पिछले साल फरवरी में किया गया था. शहीद के परिवार ने अपने घर के बाहर मौजूद जमीन पर यह पुतला लगाया था, जिसके अनावरण समारोह में कई सरकारी अधिकारियों ने शिरकत की थी.
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