डीएनए हिंदी: बिहार में महागठबंधन की सरकार का गिरना तय है और पटना से लेकर दिल्ली तक हलचल जारी है. इस बीच लालू यादव के 118 विधायक साथ होने और बहुमत का आंकड़ा जुटाने के दावों को देखकर बीजेपी भी अलर्ट हो गई है. बीजेपी सांसद नित्यानंद राय ने उपेंद्र कुशवाहा से संपर्क किया है और दिल्ली में चिराग पासवान के साथ अमित शाह बैठक कर चुके हैं. इधर जेडीयू के विधायकों में टूट रोकने के लिए पार्टी के सीनियर लीडर्स एक्टिव हैं. आरजेडी के बहुमत के दावों की खबरों के बीच स्थानीय मीडिया का दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस के 12 विधायकों से संपर्क नहीं हो रहा है और उनका फोन ऑफ जा रहा है. लोकसभा चुनावों को देखते हुए बीजेपी कोई रिस्क लेने के मूड में नहीं है.
जेडीयू के विधायकों में सेंध लगने की आशंका को देखते हुए नित्यानंद राय, संजय झा और केसी त्यागी जैसे सीनियर लीडर्स ने मोर्चा संभाल लिया है. बिहार में सत्ता बदलाव के बीच पटना से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक हलचल बढ़ गई है. इन सबके बीच नीतीश कुमार राजभवन पहुंच चुके हैं. ये पांचवीं बार होगा जब नीतीश ने पाला बदला है और अब देखना है कि इस बार भी वह कुर्सी बचाने में कामयाब होते हैं या नहीं. सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि एनडीए में नीतीश की वापसी कई शर्तों के साथ हुई है.
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BJP की ओर से बहुत संभलकर उठाया जा रहा है हर कदम
नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के पास अभी 45 विधायक हैं. वहीं बीजेपी के पास 76 और हम के पास 4 विधायक है. सरकार बनाने के लिए 122 विधायकों की जरूरत है. ऐसे में नीतीश कुमार बीजेपी और हम के साथ मिलते है तो उनके पास 125 विधायक हो जाएंगे जो सरकार बनाने के लिए काफी है. हालांकि, बीजेपी ने एहतियात बरतते हुए हम पार्टी के प्रमुख जीतनराम मांझी से भी संपर्क किया है, ताकि पुराने सहयोगी नाराज न हों. इसके अलावा, मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस के कुछ विधायकों को भी अपने पाले में लाने की तैयारी है.
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आरजेडी भी इस बार नीतीश कुमार को सबक सिखाने के मूड में
सूत्रों का कहना है कि आरजेडी के संपर्क में 4 और विधायक हैं जिनमें से एक निर्दलीय, एक एआईएमआईएम का विधायक है. इस बार लालू यादव और तेजसवी की रणनीति फ्लोर पर नीतीश को सबक सिखाने की है और सूत्रों का कहना है कि आरजेडी इंतजार कर रही है कि जब सदन में बहुत साबित करेंगे तो उन्हें फ्लोर पर ही फेल कर दिया जाएगा. ऐसा लग रहा है मानों आरजेडी फिलहाल इसी रणनीति पर काम कर रही है. हालांकि, कांग्रेस के 19 में से कई विधायकों से संपर्क नहीं होने का दावा कुछ मीडिया ग्रुप कर रहे हैं.
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