बिहार में क्या फिर सरकार बदलने वाली है? सीएम नीतीश कुमार पलटी मारने वाले हैं? यह कयास इसलिए लगाए जाने लगे हैं कि मंगलवार को तेजस्वी यादव अचानक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने पहुंच गए. पटना के सीएम सचिवालय में करीब 8 महीने के बाद दोनों नेताओं के बीच मुलाकात हुई. थोड़ी देर की इस मुलाकात ने बिहार में कयासों का बाजार गर्म कर दिया है.
इस मुलाकात के दौरान नीतीश कुमार के मंत्री विजय चौधरी भी साथ थे. मुख्यमंत्री से मिलने के बाद तेजस्वी यादव ने मीडिया को बताया कि हम लोगों ने 9वीं अनुसूची को लेकर बातचीत की. सीएम ने भी अपनी बात रखी है और हमने भी अपनी बात कही है. बिहार में नए सूचना आयुक्त की नियुक्ति होनी है. जिसे सीएम और नेता प्रतिपक्ष मिलकर चुनते हैं. साथ ही मानवाधिकार आयोग में भी कुछ पद खाली हैं.
तेजस्वी यादव लगातार 65 फीसदी आरक्षण के मामले को उठा रहे हैं. उनका कहना है कि बिहार में आरक्षण के कोटे को 9वीं अनुसूची में डाला जाए. दो दिन पहले आरजेडी की तरफ से भी इसको लेकर बयान आया था कि हम सरकार पर इसे शामिल करने को लेकर दबाव बना रहे हैं.
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8 महीने बाद मिले नीतीश-तेजस्वी
बता दें कि जेडीयू से गठबंधन टूटने और डिप्टी सीएम पद से हटने के बाद तेजस्वी यादव ने पहली बार सीएम नीतीश कुमार से सचिवालय में मुलाकात की. दोनों नेता 8 महीने बाद मिले. इससे पहले दोनों नेता दिल्ली आते समय फ्लाइट में एक साथ दिखे थे. इस मुलाकात के बाद भी सियासी पारा चढ़ गया था.
तेजस्वी यादव के इस अचानक मुलाकात से एक फिर बिहार में अटकलों का दौर शुरू हो गया है. लोग कयास लगा रहे हैं कि दोनों नेताओं के बीच कुछ खिचड़ी पक रही है. नीतीश कुमार पलटी मारने में माहिर माने जाते हैं. वह कब किधर पलटी मार जाएं कुछ नहीं कहा जा सकता. हाल ही में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल, क्रीमिलेयर और जातीय जनगणना जैसे मुद्दों पर JDU संसद में विपक्ष के सुर में सुर मिलाती नजर आई थी.
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