डीएनए हिंदी: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की रफ्तार अब लगभग 165 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई है. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, इससे भी ज्यादा रफ्तार के साथ यह तूफान गुरुवार को गुजरात और महाराष्ट्र के तट पर पहुंचेगा. खतरे को देखते हुए मछुआरों को समुद्र में जाने से रोक दिया गया है. संवेदनशील तटों पर पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए हैं ताकि कोई समुद्र की ओर न जाए. इसके साथ ही, तूफान की रफ्तार को देखते हुए बिजली सप्लाई प्रभावित होने, भारी बारिश के बाद बाढ़ आने का खतरा भी मंडरा रहा है.
गुरुवार को बिपरजॉय के तट पर पहुंचने से पहले तैयारियां जोरों-शोरों पर हैं. तटीय इलाकों से ज्यादातर लोगों को हटा लिया गया है. एनडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीमें लगातार सक्रिय हैं. मुंबई और गुजरात के तटीय इलाकों में पुलिस के जवान तैनात हैं ताकि लोग समुद्र के तट पर न जा सकें. कई जगहों पर तट पर जाने वाले रास्तों को भी बंद कर दिया गया है.
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ट्रेन कैंसल, बिजली जाने का डर
तूफान की रफ्तार को देखते हुए सबसे बड़ा डर बिजली की सप्लाई ठप होने का है. इतनी रफ्तार से हवाएं चलने से सैकड़ों पेड़ों और बिजली के खंबों के गिरने की आशंका जताई जा रही है. हालांकि, बिजली विभाग ने भी पहले से कमर कस रखी है. महाराष्ट्र और गुजरात में तमाम केंद्रीय मंत्री और राज्य सरकार के मंत्री भी लगातार स्थिति का जायजा ले रहे हैं.
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खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह, अलग-अलग हाई लेवल मीटिंग करके हालात पर निगरानी रख रहे हैं. एनडीआरएफ के अलावा, कोस्ट गार्ड, भारतीय सेना, एयरफोर्स और नेवी के जवान भी तैयार हैं. प्रभावित इलाकों में राहत कैंप बनाए गए हैं और तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को वहां पहुंचाया जा रहा है ताकि हर जान बचाई जा सके.
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