डीएनए हिंदी: लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) में अब एक साल से भी कम का वक्त रहा है. कांग्रेस की अगुआई में विपक्षी गठबंधन इंडिया और एनडीए दोनों ही पूरा जोर लगा रही हैं. बीजेपी एक बार फिर पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ने वाली है. 2014 और 2019 के चुनाव में बीजेपी ने दिल्ली में क्लीन स्वीप किया था. सातों सीटें जीतकर हैट्रिक बनाने के लिए बीजेपी ने अभी से अपनी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है. कांग्रेस और आप गठबंधन का सामना करने के लिए सातों सीटों के लिए अलग से प्रभारी नियुक्त किए जाएंगे. इसके अलावा आंतरिक सर्वे के आधार पर टिकट वितरण का फैसला लिया जा सकता है. ऐसी चर्चा भी है कि कुछ सांसदों के टिकट काटे भी जा सकते हैं.
सातों सीट के लिए नियुक्त किए जाएंगे प्रभारी
दिल्ली की सातों लोकसभा सीट (Lok Sabha Election 2024) के लिए प्रभारी नियुक्त कर दिए गए हैं. इसके अलावा, सगंठन स्तर पर भी कार्यकर्ताओं को एक्टिव रहने का निर्देश दिया गया है. घर-घर जाकर संपर्क अभियान करने का निर्देश दिया गया है. पार्टी अपने स्तर पर आंतरिक सर्वे भी कराएगी और मतदाताओं की राय जानने की कोशिश की जाएगी. यह भी खबर है कि खराब रिपोर्ट वाले सांसदों का टिकट कट सकता है. इसके अलावा घर-घर जाकर बूथ स्तर पर संपर्क को मजबूत बनाने के लिए काम किया जाएगा.
यह भी पढ़ें: घोसी उप-चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार दारा सिंह पर फेंकी स्याही, मुर्दाबाद के नारे लगाए
चुनाव से पहले घर-घर पहुंचेगी बीजेपी
दिल्ली बीजेपी ने क्लीन स्वीप के लिए तय किया है कि कार्यकर्ता हर इलाके के एक-एक घर और मतदाताओं तक पहुंचने की कोशिश करेंगे. इसके अलावा बूथ स्तर के 'पन्ना प्रमुखों' की नियुक्ति जैसे संगठनात्मक कार्यों पर जोर रहेगा. संगठन स्तर पर सभी काम चुनाव से पहले पूरे कर लिए जाएंगे और आखिरी में पूरा जोर चुनाव प्रचार पर लगाया जाएगा. प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश प्रताप सिंह को नई दिल्ली लोकसभा का प्रभारी, महामंत्री हर्ष मल्होत्रा को पूर्वी दिल्ली लोकसभा का प्रभारी, कमलजीत सहरावत को उत्तर पूर्वी लोकसभा सीट की जिम्मेदारी मिली है.
यह भी पढ़ें: कांग्रेस की नई CWC लिस्ट जारी, नहीं दिखा बदलाव, पुराने चेहरों पर ही भरोसा
हर लोकसभा सीट का प्रभारी बनाएगा रिपोर्ट .
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हर लोकसभा सीट का प्रभारी अपने स्तर पर रिपोर्ट कार्ड तैयार करेगा और पार्टी नेतृत्व को कई मुद्दों पर औपचारिक और अनौपचारिक रूप से फीडबैक भी देते रहेंगे. इसमें मौजूदा सांसदों के प्रदर्शन और लोकप्रियता के साथ-साथ मतदाताओं के मन में उनकी छवि और दूसरे सभी समीकरण शामिल हैं. जिन सीटों पर मौजूदा सांसद के प्रदर्शन से लोग खुश नहीं हैं वहां पर संभावित उम्मीदवारों का विकल्प को लेकर भी रिपोर्ट पेश करेंगे.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.