हाल ही में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को लागू किया गया है. इसके तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता दी जाएगी. अब केंद्र सरकार में मंत्री और बीजेपी के नेता शांतनु ठाकुर एक बयान ने हंगामा मचा दिया है. शांतनु ठाकुर ने कहा है कि वह नागरिकता के लिए CAA के जरिए आवेदन करेंगे. इस पर पश्चिम बंगाल की सत्ता पर काबिज तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने सवाल उठाए हैं. टीएमसी नेताओं ने पूछा है कि अगर शांतनु ठाकुर नागरिक ही नहीं हैं तो इतने दिनों से मंत्री कैसे बने हुए हैं?
बीजेपी सरकार में मंत्री शांतनु ठाकुर ने शनिवार को कहा, "चरित्र प्रमाण पत्र या किसी रजिस्टर्ड सामाजिक संगठन से संबंधित कागज लेकर नागरिकता के लिए आवेदन किया जा सकता है. हम उन्हें नागरिकता देंगे. यहां तक कि मैं भी नागरिकता के लिए आवेदन करूंगा. हालांकि, मेरी परदादी ने माइग्रेशन के जरिए नागरिकता ले ली थी तो मुझे आवेदन करने की जरूरत नहीं है."
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क्यों आवेदन करेंगे शांतनु ठाकुर?
उन्होंने यह भी कहा कि CAA के खिलाफ गलत प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है इसलिए वह प्रतीकात्मक रूप से नागरिकता के लिए आवेदन करेंगे. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए TMC नेता ब्रात्या बसु ने कहा, "अगर शांतनु ठाकुर भारत के नागरिक रहे हैं और पांच साल से मंत्री हैं तो उनका नागरिकता के लिए आवेदन करना ही सवाल उठाता है."
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पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री और TMC नेता चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा, "हम इंतजार कर रहे हैं कि शांतुन ठाकुर नागरिकता के लिए आवेदन करें क्योंकि जैसे ही वह आवेदन करेंगे उनका मंत्री पद जाएगा क्योंकि वह भारत के नागरिक नहीं रह जाएंगे." आपको बता दें कि शांतनु ठाकुर के दादा-परदादा बांग्लादेश देश से आए थे.
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